छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : भुइयांडीह के छायानगर में हुई सिकंदर हत्याकांड में सीतारामडेरा पुलिस ने किशोर को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि पांच आरोपी की तलाश पुलिस कर रही है। पुलिस ने टकलू लोहार की पत्नी को हिरासत में ले कर पूछताछ कर रही है। मृतक की पत्नी पिंकी दास के बयान पर सोनू गोप, एमजिमाम भुइयां, अजीत मंडल, किशोर सहित अन्य के खिलाफ सीतारामडेरा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस के अनुसार सिकंदर की हत्या सोनू गोप व उसके सहयोगियों ने मिलकर गुरूवार की रात भुजाली मारकर कर दी थी।

चिल्लाती रही महिला, नहीं आया कोई

छायानगर डब्बा लाईन की रहने वाली बेली गोराई ने बताया कि गुरुवार की रात करीब 8.30 बजे वह अपने घर में खाना बना रही थी। तभी सिकंदर भागता हुआ उसके कमरे में घुस गया और बचाओ बचाओ चिल्लाने लगा। उसके पीछे-पीछे चार से पांच नाकाबपोश युवक हाथ में भुजाली लेकर उसके कमरे में घुस गये और सिकंदर को जमीन पर गिरा कर भुजाली से लगातार उसपर वार करते रहे। बेली गोराई ने बताया कि वह घबराकर अपने घर से बाहर निकली और सिकंदर को बचाने के लिए चिल्लाने लगी। लेकिन जब बस्ती का कोई नहीं आया तो वह भागते हुए बस्ती के मुखिया अर्जुन बाग के पास गई और घटना की जानकारी दी लेकिन मुखिया ने भी अपने पल्ला झाड़ लिया।

नाकाब पहनकर आये थे हत्यारे

बस्ती की एक महिला ने बताया कि सिकन्दर को भुजाली मारने वाले अपने चेहरे को कपड़े से ढक कर आये थे और बस्ती में उस समय बिजली भी नहीं थी। जिसका फायदा नाकाबपोशों ने उठाया और एक के बाद एक कई वार सिकंदर के शरीर पर हत्यारों ने किये।

बस्ती के दीवारों में बिखरा था खून

सिकंदर खून से लतपथ बस्ती में इधर उधर जान बचाने के लिए भागता रहा और बचाओ -बचाओ चिल्लाता रहा। लेकिन उसकी मदद को कोई नहीं पहुंचा। इस दौरान सिकन्दर जिस -जिस दीवार के सहारे भागने की कोशिश करता रहा। उस दीवार में सिकंदर के खून के निशान लगते गये। डब्बा लाइन में एक घर के समीप सिकन्दर गिर गया।

सिकंदर के चप्पलों पर नहीं पड़ी पुलिस की नजर

सिकंदर के गिरते ही उसकी चप्पल वहीं खुल गया। वहीं कुछ दूरी पर आरोपियों के चप्पल गिरे हुए थे। सीतारामडेरा पुलिस शुक्रवार की सुबह घटनास्थल पहुंची और आरोपियों की चप्पलों को तो जब्त कर लिया। लेकिन सिकन्दर का चप्पल घटनास्थल पर ही पड़ा रहा जिस पर पुलिस की नजर तक नहीं पड़ी।

अवैध बिजली की सप्लाई को लेकर था विवाद

पुलिस के अनुसार छायानगर में 400 से अधिक मकान बने हुए है। इन घरों में बिजली का कनेक्शन नहीं दिया गया है। जिसके बावजूद पूरी बस्ती में अवैध तरीके से बिजली की सप्लाई की जाती है। बिजली सप्लाई करने का काम सिकन्दर और सोनू सहित उसके सहयोगियों (आरोपियों)ं द्वारा किया जाता था। बस्ती में बिजली सप्लाई करने के धंधे को लेकर ही दोनों के बीच विवाद हुआ था। उसी विवाद में सोनू गोप ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर सिकन्दर की हत्या भुजाली मारकर कर दी।

छायानगर में मातम का माहौल

सिकन्दर के शव के पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार भुइयांडीह स्वर्णरेखा घाट में शुक्रवार को कर दिया गया। सिकन्दर के बड़े बेटे किस्मत ने सिकन्दर को आग दी। सिकन्दर की हत्या की खबर ने छायानगर में मातम का माहौल बना दिया है। जहां नजर जाती है। महिलाएं व पुरूष एक झुंड बनाकर खड़े नजर आते हैं। जिस घर में सिकन्दर को भुजाली मारी गई। उस घर के समीप भी बस्ती वालों की भीड़ दिन भर लगी रही।