-पैंट्री कार की छवि सुधारने के लिए रेल मंत्रालय उठा रहा है कई कदम

-खाने-पीने के सामानों की गुणवत्ता व बनाने की प्रक्रिया सीसीटीवी में कैद होगी

CHAKRADHARPUR : ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री पेन्ट्री कार द्वारा दी जाने वाली खाने-पीने के सामान के घटिया क्वालिटी की अक्सर शिकायत करते हैं। पैसे भी अधिक लगते हैं, लेकिन गुणवत्तापूर्ण खाना नहीं मिलता है। ऐसी शिकायतें बराबर आने पर रेल मंत्रालय ने पेन्ट्रीकार की छवि सुधारने के लिए कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। रेल मंत्रालय ने ट्रेनों के साथ साथ पेन्ट्री कार में खाने-पीने के सामानों की गुणवत्ता बढ़ाने और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए पेन्ट्री कार लगी ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश जारी किया है। जल्दी ही सीसीटीवी कैमरों को विभिन्न ट्रेनों की पेन्ट्रीकार में लगाया जाएगा। ट्रेन के पेन्ट्रीकार में कर्मियों द्वारा बनाई जाने वाली चाय, कॉफी, नाश्ता, खाना, एवं विभिन्न प्रकार के खाने-पीने के सामानों की गुणवत्ता व बनाने की प्रक्रिया भी सीसीटीवी में कैद होगी।

तो होगी कार्रवाई

रेलवे के अधिकारी जब चाहेंगे, आसानी से सीसीटीवी फुटेज देख कर यह जान सकेंगे कि पैन्ट्रीकार के संचालक खाना बनाने के क्रम में साफ सफाई का विशेष ध्यान रख रहे हैं या नहीं। खाने-पीने के सामान बनाने के क्रम में हाई क्वालिटी के सामान का उपयोग किया जा रहा है या नहीं इसकी जांच रेलवे के अधिकारी कर पाएंगे। दोषी पाए जाने वाले संचालकों पर रेलवे जुर्माना के साथ कार्रवाई भी करेगी।

अभी ऐसे होती है जांच

जोन व मंडल से गुजरने वाली ट्रेनों में लगी पेन्ट्रीकार की जांच रेलवे के अधिकारी बराबर करते हैं। फिर भी पेन्ट्रीकार द्वारा यात्रियों को दिए जाने वाले खाने-पीने की सामानों में गुणवत्ता की काफी कमी रहती है। पेन्ट्रीकार के संचालक को यह भी पहले से पता होता है कि रेलवे के अधिकारी किस स्टेशन में और कब जांच करेंगे। जब अधिकारी जांच के लिए पहुंचते हैं, तो अधिकारी को उस वक्त पेन्ट्रीकार में सब कुछ ठीक-ठाक ही मिलता है और वे अपनी रिपोटचर्् उच्च अधिकारियों को सौप देते हैं। इस कारण आज तक पेन्ट्रीकार में खाने-पीने की सामानों की गुणवत्ता में सुधार नहीं हो पाया।