JAMSHEDPUR: फाउंडर्स डे पर सजाए गए जुबिली पार्क का अद्भुत सौंदर्य और बेमिसाल खूबसूरती को देखने के लिए शुक्रवार की शाम पूरी लौहनगरी उमड़ पड़ी। जुबिली पार्क को जाने वाली हर सड़क पर बस लोग ही लोग और गाडि़यां ही गाडि़यां थीं। पूरा पार्क खचाखच भरा हुआ था। कहीं भी पैर रखने की जगह नहीं थी। जिधर देखिए, लोगों के सिर ही नजर आ रहे थे। लोग मंत्रमुग्ध होकर जुबिली पार्क में की गई लाइटिंग को निहार रहे थे। पेंडुलम की तरह हवा में मेडल का हिलना, जहाज के ऊपर टैंक, हवा में उड़ते विमान, सेटेलाइट और अभ्यास करते सेना के जवान लोगों को अपनी ओर बरबस ही आकर्षित कर रहे थे। चिल्ड्रेन पार्क के बगल में लगाई गई डिजिटल एग्जीबिशन बेहद खास थी और लोगों को भा रही थी। लेक के बीचोंबीच लिखे 'लव यू जमशेदपुर' का दीदार लोग टकटकी लगाए कर रहे थे।

मोदी पार्क भी जगमग

जुबिली पार्क के साथी मोदी पार्क भी पूरी तरह से जगमग था। यहां भी लोगों की भारी भीड़ थी। यहां आए बच्चे खासे उत्साहित थे। लाइटिंग के साथ ही यहां खाने-पीने और बच्चों के मनोरंजन के भरपूर इंतजाम थे।

जिधर देखिए, गाडि़यां ही गाडि़यां

जुबिली पार्क में आने वाले लोगों के लिए सेक्रेड हार्ट स्कूल के सामने, सर दोराबजी टाटा पार्क के सामने, मोहन आहूजा स्टेडियम के समीप और सीएच एरिया क्रिकेट ग्राउंड के समीप वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई थी लेकिन, भीड़ इतनी ज्यादा थी कि सभी पार्किंग स्थल छोटे पड़ गए और जुबिली पार्क आने वाली सभी सड़कों के दोनों ओर हजारों की संख्या में गाडि़यां पार्क कर दी गई थीं। इनमें दोपहिया, तीनपहिया और चारपहिया वाहन थे।

बिजली जैसे चल रहे थे ठेले-खोमचे वालों के हाथ

जुबिली पार्क के साकची गेट, पारसी गेट, बाग-ए-जमशेद चौक, सीएच एरिया क्रिकेट ग्राउंड के समीप भारी संख्या में चाट-गोलगप्पे, इडली-डोसा, चाउमीन-एगरोल, चिकन चिली, छोले-भटूरे, आइसक्रीम, मूंगफली-चनाचूर, पावभाजी-भेलपुरी और सॉफ्टड्रिंक्स आदि की दुकानें सजी थीं। लगभग सभी दुकानों पर खरीदारों की भारी भीड़ को देखते हुए दुकानदारों के हाथ बिजली की तरह चल रहे थे।

शाम भ् बजे से ही पहुंचने लगा रेला

जुबिली पार्क में लाइटिंग देखने के लिए प्रवेश का समय शाम छह बजे निर्धारित किया गया था, लेकिन लोगों का रेला पांच बजे से ही पार्क के सभी गेट पर पहुंचने लगा। लोगों को थोड़ी देर इंतजार करने के बाद पार्क में घुसने का मौका मिल गया। पार्क में लोगों के पहुंचने और निकलने का सिलसिला लगभग रात क्0 बजे तक जारी रहा। क्0 बजे से क्क् बजे तक वाहनों को भी पार्क में घुसने की अनुमति दे दी गई थी।

गफलत में लगा दी लाइन: जुबिली पार्क के साकची गेट पर शाम लगभग 7.क्भ् बजे लोगों ने गफलत में लाइन लगा दी। जबकि पार्क में घुसने के लिए कोई रोक नहीं थी। चार-पांच लोग लाइन की शक्ल में गेट पर खड़े हुए और इनकी देखा-देखी लोगों ने डीसी ऑफिस के आगे तक लंबी लाइन लगा दी। इसी बीच किसी ने आकर कहा कि कोई लाइन नहीं है, लोग हड़बड़ी में लाइन छोड़कर गेट की ओर भागे।

क्फ्0 सुरक्षाकर्मियों के साथ पुलिस भी तैनात

जुबिली पार्क और पार्क के सभी गेट सहित मोदी पार्क के सामने क्फ्0 से अधिक निजी सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। इनके साथ ही पार्क और इसके आस-पास बड़ी संख्या में पुलिस के जवान और महिला पुलिसकर्मी भी तैनात की गई थीं।