छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : चक्रधरपुर के गोपीनाथपुर के ग्रामीणों ने जल पथ प्रमंडल विभाग के एसडीओ सुनील टुडू को पांच घंटे तक बंधक बनाए रखा। चक्रधरपुर प्रखंड में इस वर्ष बहुत कम बारिश इस माह हुई है। ग्रामीणों को जेनासाई डैम से पानी नहीं मिल रही है। ऊपर से प्रत्येक वर्ष डैम का पानी का जल कर वसूला जाता है। प्रत्येक वर्ष 25 जुलाई तक जेनासाई डैम से पानी छोड़ दिया जाता था। लेकिन इस वर्ष 30 जुलाई तक पानी नहीं छोड़ा गया था। जिससे ग्रामीण काफी आक्रोशित थे।

मिला था आश्वासन

कैनाल से पानी छोड़े जाने को लेकर ग्रामीण सुबह से ही कुदाल, गैंता लेकर नहर की मरम्मत कर रहे थे। किसानों को एसडीओ ने आश्वासन दिया था कि डैम का गेट हर हाल में आज खोल दिया जाएगा। लेकिन दोपहर को एसडीओ मौके पर पहुंचे तो गेट की चाभी, चेनकुपी उनके पास नहीं थे। इससे किसान गुस्से में आ गए। एसडीओ द्वारा बहाना बनाए जाने पर चाभी के लिए इस गांव से उस गांव तक किसान भटकते रहे। इस दौरान किसानों ने एसडीओ को घेर कर रखा। दोपहर तीन बजे जब इस बात की पुष्टि हो गई कि गेट की चाभी गेट मरम्मत करने वाले ठेकेदार की लापरवाही से कहीं रह गया है, तब किसानों ने एसडीओ को छोड़ा।

जेनासाई डैम में जगह-जगह है लिकेज

एसडीओ ने आश्वासन दिया कि रविवार सुबह तक खेतों को पानी पहुंच जाएगा। मालूम हो कि जेनासाई डैम बनने के बाद से ही लिकेज है। पिछले पांच साल से जेनासाई डैम के गेट की मरम्मत चल रही है। लेकिन आज तक इसका सही मरम्मत नहीं हो पाया है। गेट खोलने के बावजूद नहर जगह-जगह लिकेज है। जिसके कारण गोपीनाथपुर, सनाईकुटी, लौजोड़ा, जोड़ो, लोदोडीह, बोड़ादोरो, सेताहाका, टोंकाटोला, बाईहातु आदि गांवों के किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंच रहा है।