SARAIKELA: सरायकेला खरसावां जिले के चांडिल क्षेत्र के एक गांव में 13 वर्षीय नाबालिग के साथ 43 वर्षीय एक अधेड़ ने दुष्कर्म किया। बच्ची की हालत बिगड़ गई। पीडि़ता की मां शिकायत करने चांडिल थाना पहुंची तो पुलिस ने उसे भगा दिया। फिर उसे कपाली टीओपी भेजा गया पर वहां भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। पुलिस आरोपित के साथ समझौता कराने में जुट गई। तीन दिन इधर-उधर भटकने के बाद पीडि़ता की हालत ज्यादा बिगड़ी तो मां उसे लेकर गुरुवार को इलाज के लिए महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची। यहां भी डाक्टरों ने बिना पुलिस में मामला दर्ज कराए इलाज से मना कर दिया.महिला एवं प्रसूति विभाग के डॉक्टरों ने उसे यह कहते हुए लौटा दिया कि पुलिस केस है, इसलिए पुलिस का रहना जरूरी है। इसके बाद ही इलाज होगा। हॉस्पिटल में मौजूद लोगों ने मां-बेटी को जमशेदपुर एसएसपी से इसकी शिकायत करने की सलाह दी। एसएसपी कार्यालय में मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने सूचना एसपी सरायकेला को दी। इसके बाद इस मामले में कार्रवाई हो सकी।

पांच दिनों से भटक रही थी पीडि़ता और उसकी मां

पीडि़ता की मां ने बताया कि यह घटना एक अप्रैल की रात 11 बजे की है। गांव में शादी समारोह था। वहां पर परिवार के सभी लोग गए थे। खाने के बाद पति-पत्नी घर लौट आए। बेटी वहीं रुक गई। कुछ ही देर बाद पड़ोस की एक महिला ने आकर बताया कि उसकी बेटी को राजाराम नामक व्यक्ति जबरदस्ती जंगल की ओर ले गया है। वह नंगे पैर जंगल की ओर भागी। वहां पहुंची तो देखा कि बेटी के शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं है। आरोपी भी वहां खड़ा था। पीडि़ता की मां को देखते ही फरार हो गया। पीडि़ता खून से लथपथ थी। वहीं, पीडि़ता ने बताया कि जब खाना खाकर हाथ धोने के लिए बाहर निकली तभी राजाराम ने उसे दबोच लिया। वह उठाकर उसे जंगल में ले गया। उसके मुंह पर कपड़ा बांध कर दुष्कर्म किया। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी।

रफा-दफा करो मामला

पीडि़ता की मां ने बताया कि दो अप्रैल को वह चांडिल थाना गई। यहां से उसे भगा दिया गया। अगले दिन वो फिर थाने गई तो उसे कपाली टीओपी भेजा गया। यहां आकर काफी देर तक वह टीओपी में बैठी रही, पर किसी पुलिस वाले ने ध्यान नहीं दिया। बार-बार कहने पर पुलिस ने कहा कि पैसा ले लो और मामला रफा-दफा कर लो। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं होगी।

एसपी बोले, होगी जांच

सरायकेला के एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने मामले में पुलिस कर्मियों की लापरवाही की जांच के आदेश दिए हैं। कहा कि इस मामले में चांडिल थाना व कपाली ओपी के पुलिसकर्मियों की सरासर गलती सामने आ रही है। दो अप्रैल को ही मामला दर्ज कर पीडि़ता का इलाज कराना चाहिए था। लेकिन, ऐसा नहीं किया गया। यही नहीं, पुलिस मामले में समझौता करने के लिए पीडि़ता की मां पर दबाव बना रही थी। इन तमाम आरोपों की जांच कराई जाएगी। उधर, चांडिल थाने के थानेदार ने कहा कि पीडि़ता थाने आई थी। उसे कपाली ओपी भेज दिया था।

आरोपित राजाराम मांझी धराया

जमशेदपुर एसएसपी कार्यालय से घटना की जानकारी एसपी सरायकेला चंदन कुमार सिन्हा को मिली। इसके बाद एसपी ने डीएसपी को मामला दर्ज कराने के आदेश दिया। कपाली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। डोबो चिरूगोड़ा निवासी राजाराम मांझी को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है।

मामले की जानकारी मिलते ही कपाली ओपी को आदेश देकर एफआइआर दर्ज कराई गई। आरोपी की भी गिरफ्तारी हो गई है। इस मामले में अगर चांडिल थाना या कपाली ओपी पुलिस की लापरवाही की बात सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी।

- चंदन कुमार सिन्हा, एसपी, सरायकेला