-आसमान छू रही हैं अरहर, चना, उड़द सहित सभी दालों की कीमतें

-दो महीनों में दाल की कीमतों में 30 रुपए तक का हुआ इजाफा

JAMSHEDPUR : कदमा की रहने वाली बबिता मिश्रा की दाल की रेसिपी पूरी हाउसिंग सोसाइटी में फेमस है। सुबह-सुबह जब कुकर की सीटी बजती है तो उससे निकलने वाली खुशबू पड़ोसियों का जी भी ललचा देती है। पर पिछले कुछ सप्ताह से ना तो कुकर की सीटी बजती है और ना ही पड़ोसियों तक मुंह में पानी ला देने वाली अरहर दाल की वो खुशबू पहुंचती है। आखिर खुशबू पहुंचे भी तो कैसे, पिछले दो-तीन महीनों में दाल की कीमतों ने ऐसी उड़ान भरी है कि आम आदमी के थैले में उसका समाना मुश्किल हो गया है। दाल की पौष्टिकता को देखते हुए डॉक्टर और डायटीशियन भी लोगों को हर रोज दाल खाने की सलाह देते हैं, लेकिन दाल की आसमान छूती कीमतें लोगों को इसकी इजाजत नहीं दे रही। शहर में भी लोगों ने अब बढ़ती कीमतों को देखते हुए दाल का विकल्प तलाशना शुरू कर दिया है।

दो महीने में 30 रुपए महंगा हुआ अरहर दाल

करीब दो महीने पहले शहर के मार्केट में अरहर दाल 80 से 82 रुपए प्रति किलो बिक रहा था, लेकिन आज अरहर दाल की कीमत 106 से 110 रुपए प्रति किलो तक पहुंच चुकी है। यानि दो महीनों में करीब 30 रुपए का इजाफा। पिछले साल जून से अब तक अरहर दाल की कीमत में 40 रुपए प्रति किलो तक की बढ़ोत्तरी हुई। पिछले साल इसी महीने में शहर में अरहर दाल की कीमत 70 रुपए प्रति किलो थी जो अब बढ़कर 100 रुपए के पार पहुंच चुकी है।

चना और उड़द दाल ने भी छुआ आसमान

महंगाई की मार कुछ ऐसी पड़ रही है कि आम आदमी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। अरहर दाल के पहुंच से दूर होने पर जो लोग इसकी कमी अन्य दालों से पूरी करना चाहते थे, लेकिन उनके पास अब ये ऑप्शन भी नहीं है। अरहर दाल के साथ-साथ अन्य दालों की कीमतें भी कुछ ऐसे ही आसमान छू रही हैं। शहर में फिलहाल चना दाल 64 रुपए प्रति किलो मिल रहा है, जबकि दो महीने पहले इसकी कीमत 46 से 48 रुपए प्रति किलो थी। वहीं करीब दो महीने पहले 80 रुपए किलो बिक रहे उड़द दाल की कीमत अभी 120 रुपए प्रति किलो है। पिछले एक साल में उड़द दाल की कीमत में दोगुने तक का इजाफा हुआ है। वहीं करीब दो महीने पहले 90 रुपए प्रति किलो मिल रहे मूंग दाल की कीमत भी बढ़कर 106 रुपए किलो हो गई है।

थाली से गायब हुई दाल

दाल की बढ़ती कीमतों ने इसे आम आदमी की थाली से गायब कर दिया है। मानगो स्थित एक राशन दुकानदार संतोष कुमार ने बताया कि दाल की कीमतें बढ़ने के बाद इसकी खपत में काफी कमी आ गई है, जो लोग पहले चार किलो दाल ले जाते थे अब वे डेढ़ से दो किलो दाल ही खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी दालों की कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई है ऐसे में ये कटौती हर जगह की जा रही है। दाल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए लोग अब इसकी कमी पूरी करने के लिए मटर, सोयाबिन जैसे अन्य विकल्पों का सहारा ले रहे हैं।

Box matter

शहर में यहां से आती है दाल

अरहर दाल - मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र।

चना दाल - छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान।

मूंग दाल - ओडि़शा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश।

उड़द दाल - आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश।