-7 जून को 11 बजे हुई थी मां से अंतिम बात

-शाम चार बजे मिली मौत की खबर

-7 जुलाई को 2008 को दीपक के साथ हुई थी प्रीति की शादी

-दो लाख रुपए दहेज मांगने का आरोप

-प्रीति की मां ने कहा, शव को नहीं देखने दिया

JAMSHEDPUR: प्रीति ठाकुर की चिता के साथ उसकी मौत के रहस्य भी भस्म हो गए। प्रीति की मौत 7 जून को उसके ससुराल में हो गई थी। प्रीति की मां ने बताया कि उन्हें 7 जून की शाम चार बजे बेटी के मरने की खबर मिली। उन्होंने बताया कि उसी दिन सुबह करीब क्क् बजे उनकी बेटी के साथ फोन पर बात हुई थी। प्रीति की मां ने आरोप लगाया कि बेटी ने उन्हें बताया था कि ससुराल वाले काफी परेशान कर रहे हैं। सात जून को मारपीट भी की थी। अपनी अर्जी लेकर प्रीति की मां मुन्नी देवी एसपी के जनता दरबार में पहुंची थी।

कड़ी कार्रवाइर् की मांग

मुन्नी देवी ने प्रीति के ससुरालवालों और बर्मामाइंस थानेदार पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उनका आरोप है कि थानेदार ने दबाव बनाकर एक कागज पर उससे सिग्नेचर भी कराया है। मुन्नी ने एसपी को बताया कि ससुरालवालों ने उसे प्रीति की लाश तक देखने नहीं दी। जानकारी के मुताबिक आदित्यपुर-ख् रोड नंबर फ्ख् इंद्रा कॉलोनी निवासी प्रीति ठाकुर की शादी 7 जुलाई ख्008 को रुइयां पहाड़ बर्मामाइंस निवासी दीपक ठाकुर के साथ हुई थी। शादी के बाद सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था, लेकिन शादी के दो साल बाद ससुरालवाले प्रीति को प्रताडि़त करने लगे। प्रीति की दो बच्चियां हैं। एक दो साल की और दूसरी भ् साल की। दोनों अभी अपने घर में ही हैं।

सोशल वर्कर अमृता कौर ने दिया सहारा

पेशे से एडवोकेट और सोशल वर्कर ने मुन्नी को सहारा दिया। मुन्नी आदित्यपुर में वह बच्चों के साथ रहती हैं। उनके पति गांव में रहते हैं। न्याय के लिए उनका साथ सोशल वर्कर और एडवोकेट अमृता कौर दे रही हैं।

प्रीति ठाकुर की स्वाभाविक मृत्यु हुई थी। उसे ब्रेन मलेरिया था। उसकी मां ने लिखित तौर पर इस बारे में सहमति दी है।

-मोहन पांडेय, बर्मामाइंस थाना प्रभारी