-मजदूरी बढ़ाने की मांग पर डीसी ऑफिस का घेराव

-मजदूरों ने दिया विजया गार्डेन को तीन दिन का अल्टीमेटम

-आक्रोशित वर्कर्स ने घेरा डीसी ऑफिस और गोलचक्कर

-डीसी ऑफिस में हुई वार्ता, बाहर जमे रहे मजदूर

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JAMSHEDPUR: मजूदरी बढ़ाने की मांग पर विजया गार्डेन रियल स्टेट के सैकड़ों मजदूरों ने मंगलवार को डीसी ऑफिस का घेराव किया। इसके पहले सभी मजदूर लेबर ऑफिस गए थे, लेकिन डिस्ट्रिक्ट लेबर डिपार्टमेंट के अधिकारियों की ओर से उचित आश्वासन नहीं मिलने पर मजदूरों ने वहां प्रदर्शन किया। इसके बाद सभी गोलबंद होकर जुलूस की शक्ल में डीसी ऑफिस पहुंचे। और प्रदर्शन किया।

मजदूरों को देख खिसके डीसी

मजदूरों की काफी संख्या देख डीसी डॉ अमिताभ कौशल जाने लगे। इससे मजदूर आक्रोशित हो गए और उनकी व्हीकल रोकने की कोशिश की, लेकिन उनकी गाड़ी स्पीड में निकल गई। इससे सभी प्रदर्शनकारी उत्तेजित हो गए और डीसी ऑफिस के पास गोलचक्कर को जाम कर दिया। इस समय तकरीबन क् बज रहा था। क्.ब्भ् मिनट तक गोलचक्कर में जाम लगा रहा। सभी मजदूर वहां डीसी को बुलाने की मांग कर रहे थे। इनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। आक्रोशितों ने जुबली पार्क का मेन गेट भी बंद कर दिया। जाम में काफी लोग फंसे रहे। प्रदर्शनकारियों ने कुछ वाहनों के शीशे भी तोड़ डाले।

सिटी एसपी ने कराया जाम समाप्त

क्.ब्भ् बजे के आसपास मौके पर सिटी एसपी चंदन कुमार झा पहुंचे और मजूदरों को शांत कराया। इस समय तक वहां, सीसीआर डीएसपी जसिंता केरकेट्टा, बिष्टुपुर थाना प्रभारी सहित तमाम पुलिस अधिकारी पहुंच चुके थे। इसके बाद मजूदरों के प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए डीसी ऑफिस में ले जाया गया। डीसी डॉ अमिताभ कौशल और एसडीओ सुबोध कुमार के नेतृत्व में मजदूरों से वार्ता हुई। वार्ता के दौरान सहमति बनी कि तीन दिनों के अंदर मजूदरों की सभी मांगें पूरी कर ली जाएंगी। मजदूरों ने कहा कि यदि तीन दिनों के अंदर बात नहीं मानी गई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।

क्म्ख् रुपए मिलते हैं डेली

मनोज कुमार, जगमोहन सुरीन, गीता तुड़ी, कृपा प्यारी तिर्की, आशाय बोयपोई, बिरंची कुमार पंडित समेत अन्य मजदूरों ने बताया कि विजया गार्डेन में ब्000 मजदूर काम करते हैं। पिछले दो सालों से प्रबंधन उन्हें क्म्ख् रुपए डेली के हिसाब से भुगतान कर रहा है। ईएसआईसी और ईपीएफ के नाम पर मजूदरों का पैसा काटा जाता है, लेकिन इसका लाभ उन्हें नहीं मिलता है। लेबर ऑफिस के अधिकारियों और विजया गार्डेन की मिलीभगत से मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। बार-बार निकालने की धमकी भी दी जाती है।

ये हैं डिमांड

-मजदूरी फ्ख्0 रुपए की जाए।

-ईपीएफ और ईएसआईसी की सुविधा मिले।

-सरकारी छुट्टियों में पूरा पैसा मिले