जमशेदपुर (ब्यूरो): एनआईटी जमशेदपुर आस-पास के उद्योगों के साथ कंधे से कंधा मिला कर कार्य करने का प्रयास कर रहा है। संस्थान के पूर्व छात्र आरके बेहरा की कंपनी आरएसबी, केंद्र सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से संस्थान में इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना कर रही है। इस केंद्र के विकास में आस-पास के उद्योगों के सहयोग की भी जरूरत है। उक्त बातें राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर गौतम सूत्रधार ने कही। वे संस्थान में आमंत्रित उद्योगपतियों के साथ विचार-विमर्श कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्थानीय उद्योगों की आवश्यकता को देखते हुए इस अनुसंधान एवं परामर्श केंद्र में उच्च गुणवत्ता वाली मशीन रखी जाएगी, जिसे सामान्यत: साधारण उद्योग नहीं खरीद सकते। इसका उपयोग स्थानीय उद्योग कर सकेंगे। इस कार्य से एक ओर जहां उद्योग लाभान्वित होंगे वहीं संस्थान के छात्र एवं शिक्षक भी लाभान्वित होंगे। उन्हें उद्योगों की समस्या के समाधान का अवसर प्राप्त होगा। बैठक में विचार विमर्श के बाद प्रथम दौर में स्कैनिंग इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप (1000& से अधिक का), माइक्रो हार्डनेस टेस्टर, सरफेस डिफेक्ट टेस्ट, उच्च ताप टेन्साइल टेस्ट, रिवर्स प्रोटो टाइप 3डी स्कैनर आदि खरीदने का सुझाव आया।

कर सकेंगे काम

मेटलर्जी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रंजीत प्रसाद ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत छात्रों को एक सेमेस्टर उद्योग में जाकर इंटर्नशिप करना है। आपस में समन्वय स्थापित कर उस दिशा में हम कार्य कर सकेंगे। कार्यक्रम के अंत में डॉ हसन एवं डॉ रणजीत प्रसाद के साथ उपस्थित सभी उद्योग जगत से जुड़े लोग इन्क्यूबेशन केंद्र देखने गए।

इनकी रही उपस्थिति

इस बैठक में हंसराज जैन (क्लीन एन क्लीन), विश्वजीत जेना (आरएसवी), रोहित आनंद एवं साकेत आनंद (रोसा टेक), नीरज मिश्रा (एकता कम्युनिकेशन), गुरु करवाल सिंह, विकास गर्ग, संदीप मिश्रा, उत्तम कुमार, सईकत घोष, समीर कंडुलना, सौरभ चौधरी, विनय सिंह, राजीव शुक्ला, समीर सिंह आदि उपस्थित थे।