छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : एक्सएलआरआइ जमशेदपुर में शुक्रवार को सोशल लीडर्स सीरीज का आयोजन किया गया। इसके तहत युवा इंटरप्रेन्योर्स को सामाजिक सरोकारों के प्रति जवाबदेह बनाने की सीख दी गई तो वहीं सामाजिक उद्यमिता के उदाहरणों के माध्यम से इस दिशा में नए स्टार्टअप की पहल करने लिए प्रेरित भी किया गया। संस्थान परिसर में हुए इस सोशल लीडर्स टॉक में विजमंत्रा एजुकेशनल सोल्यूशंस के संस्थापक अभिषेक चक्रवर्ती ने अपने अनुभव साझा किये।

'समथिंग' न्यू की है जरूरत

उन्होंने कहा कि उद्यमिता को सफलता के शिखर तक पहुंचाने के लिए 'समथिंग न्यू' की जरूरत पड़ती है। नया नजरिया, नई परिकल्पना और नया कलेवर अपनी सफलता का रास्ता खुद तैयार करता है। जरूरत है तो सिर्फ और सिर्फ पैशन और पेशेंस, यानी जुनून और धैर्य की। कोई भी आइडिया तुरंत हिट नहीं होता और कोई भी उद्यम तुरंत सफल नहीं हो जाता। समय लगता है, सतत प्रयास भी। उन्होंने कहा कि बतौर हर मैनेजर-सीईओ देश का नागरिक है और जिम्मेदार नागरिक होने के नाते सामाजिक सरोकार उसकी प्राथमिकता होनी चाहिए। आज सामाजिक उद्यम का समय है।

आज भी कई मुद्दों पर होगा मंथन

ं अविका ऑनलाइन की संस्थापक मालविका शर्मा और बैक टू विलेज के संस्थापक मनीष कुमार ने भी अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम के दौरान सोशल सीरिज के संयोजक डॉ। मधुकर शुक्ला ने कहा कि युवा उद्यमियो को सामाजिक सरोकारों से जोड़ना आज की जरूरत है। इस परिचर्चा का उद्देश्य भी ज्यादा से ज्यादा भावी प्रबंधकों को सामाजिक उद्यमिता के क्षेत्र में संभावनाएं दिखाना है। इसमें सामाजिक उद्यमियों, कार्यकर्ताओं, नीति निर्माताओं और शिक्षाविदों को एक मंच पर लाकर सामाजिक उद्यमिता, समानता और न्याय के विषयों पर जानकारी साझा किया जा रहा है। इस सीरिज के तहत आगे भी परिचर्चाएं आयोजित होती रहेंगी।