समय पर कोर्स कंप्लीट होना काफी मुश्किल

 एग्जाम होने और उसका रिजल्ट डिक्लेयर होने तक सेशन का 50 परसेंट समय निकल जाता है। एक तो पहले से टीचर्स की कमी और जो हैं भी उन्हें एग्जाम कंडक्ट कराने और इवेल्यूएशन का काम तब करना पड़ता है जब उन्हें क्लासेस लेनी हों। इसका रिजल्ट यह होता है कि स्टूडेंट्स की पढ़ाई नहीं हो पाती और एग्जाम नजदीक आने पर एक्स्ट्रा क्लासेस कंडक्ट कराके कोर्स को जैसे-तैसे कंप्लीट कराने की कोशिश की जाती है।

नहीं हो पाए हैं कोर्स कंप्लीट
 फरवरी में इंटर पार्ट टू का एग्जाम होना है। यूजी की बात करें तो केयू ने पार्ट थर्ड के एग्जाम का डेट दो अप्रैल से डिक्लेयर कर रखा है और कॉलेजेज में पार्ट थर्ड के कोर्स का 25 परसेंट भी कंप्लीट नहीं हो पाया है। ग्रेजुएशन पार्ट टू की स्थिति तो और भी खराब है। पार्ट वन का रिजल्ट इसी मंथ फस्र्ट वीक में डिक्लेयर किया गया है और पार्ट टू के एग्जाम का डेट 25 अप्रैल से रखा गया है।

तो कंडक्ट कराने पड़ते हैं एक्स्ट्रा क्लासेस
जब स्टूडेंट्स को पढऩे और टीचर्स को पढ़ाने का समय ही नहीं दिया जाएगा तो समय पर कोर्स कंप्लीट होना काफी मुश्किल होता है। यही वजह है कि एग्जाम का समय नजदीक आने पर कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स कंप्लीट कराने के लिए एक्स्ट्रा क्लासेस पर डिपेंड हो जाता है। विंटर वेकेशन के दौरान और उसके बाद की छुट्टियों में वर्कर्स कॉलेज में डिफरेंट कोर्सेज के लिए लगभग 1500 क्लासेस कंडक्ट कराई गईं, ये कहना है कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ डीपी शुक्ला का।

एडमिशन के समय ही रजिस्ट्रेशन कराए जाएं और यूनिवर्सिटी अपने पास स्टूडेंट्स का पूरा डिटेल रखे। ऐसा होने पर प्रॉब्लम कम होगी।
- डॉ डीपी शुक्ला
प्रिंसिपल वर्कर्स कॉलेज

कोशिश है कि समय पर एग्जाम कंडक्ट हो जाए। हां, एडमिशन के समय रजिस्ट्रेशन करा लेने से समय की बचत होती। फस्र्ट पार्ट में देरी होने से ही प्रॉब्लम होती है।
- डॉ गंगा प्रसाद

एग्जामिनेशन कंट्रोलर केयूएडमिशन के समय ही ऑनलाइन रजिस्टे्रशन कराया जाए। समर वेकेशन के दौरान एग्जाम कंडक्ट हो और इवेल्यूएशन भी कंप्लीट करा लिया जाए। ऐसे में सेशन रेग्यूलर हो जाएगा। टीचर्स को भी समय मिल जाएगा।
- डॉ उषा शुक्ला प्रिंसिपल ग्रेजुएट कॉलेज

 

Report by : jamshedpur@inext.co.in

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