छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र(08 रूड्ड4) : को-ऑपरेटिव कॉलेज में स्टूडेंट्स की भूख हड़ताल दूसरे दिन रविवार को भी जारी है। भूख हड़ताल में बैठे कॉलेज स्टूडेंट यूनियन सचिव चंद्रभूषण यादव, संयुक्त सचिव अभिषेक कुमार, बीकॉम पार्ट थर्ड के रोहन बनर्जी एवं आदित्य कुमार तथा अभाविप के नगर सहमंत्री सुरज कुमार ने बताया कि वे लोग पिछले 38 घंटे से भूख हड़ताल पर बैठे हैं, फिर भी विश्वविद्यालय प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। भूख हड़ताल पर बैठे स्टूडेंट्स का कहना है कि कोल्हान विश्रि्वविद्यालय में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है, एकेडमिक कैलेंडर का पालन नहीं किया जाता है। ऐसे में स्टूडेंट्स को 75 प्रतिशत हाजिरी के बहाने फार्म न भरने देना तानाशाही रवैये को दर्शाता है।

प्रोफेसरों पर भी हो लागू

स्टूडेंट्स का कहना है कि विश्वविद्यालय के अधीनस्थ कॉलेजों में एग्जाम फार्म भरने के चार दिन पहले एडमिशन होता है, ऐसे में 75 परसेंट अटेंडेंस की बात का कोई मतलब नहीं है। अभी तक प्रोफेसर बायोमैट्रिक्स से अटेंडेंस नहीं बना रहे हैं, फिर भी उनका वेतन हो रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन दोहरी नीति अपना रहा है। इस भूख हड़ताल का समर्थन करने रविवार को जिला परिषद सदस्य किशोर यादव, छात्र जदयू के संजीव आचार्य, आजसू के समरेश सिंह, अभाविप के अमिताभ सेनापति, सोनु ठाकुर, रवि प्रकाश सिंह, सतनाम सिंह सहित कई नेताओं ने किया।

स्टूडेंट्स की भूख हड़ताल मात्र दिखावा

झारखंड छात्र मोर्चा की बैठक अवध टावर में रविवार को आयोजित हुई। इस मौके पर कोल्हान विश्वविद्यालय स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष सागेन बेसरा ने को-ऑपरेटिव कॉलेज में स्टूडेंट्स की भूख हड़ताल को ढकोसला बताया। सागेन ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति ने 75 परसेंट अटेंडेंस को घटाकर 60 परसेंट कर दिया है। इसके अलावा रीमिडियल क्लास की व्यवस्था की गई है। ऐसे में अभाविप के नेतृत्व में को-ऑपरेटिव कॉलेज में चल रहा आंदोलन मात्र ढकोसला है। वे स्टूडेंट्स को दिगभ्रमित कर रहे हैं।