JAMSHEDPUR: नक्सली संगठन के नाम पर धालभूमगढ़ थाना के मनकाबेडा गांव के सामने मेसर्स गजानंद फैरो प्रा। लिमिटेड के मालिक जितेंद्र कुमार अग्रवाल से 7.फ्0 लाख रुपये लेवी मांगने के आरोप में धालभूमगढ़ थाने की पुलिस ने राजकुमार महतो को गिरफ्तार किया है। उसके पास से रंगदारी मांगने में इस्तेमाल मोबाइल और दो सिम बरामद किया है। आरोपी मूल रुप से चाकुलिया के लखिपुरा का रहने वाला है। वर्तमान में वह धालभूमगढ़ थाना के चतरो ग्राम में रह रहा था। यह जानकारी एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने एक प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित कर पत्रकारों को दी। जितेंद्र कुमार अग्रवाल बिष्टुपुर थाना के कांट्रेक्टर एरिया स्थित स्वास्तिक प्रभा के रहने वाले है।

भेजा था धमकी भरा पत्र

एसएसपी ने बताया कि लेवी वसूली के लिए जो पर्चा दिया गया था। उसे भी पुलिस ने जब्त किया है। क्फ् सितंबर की रात में चेहरे में कपड़ा बांधकर कर चार से छह की संख्या में लोग गजानंद फैरो प्रा। लिमिटेड के प्लांट की गेट पर पहुंचे। वहां तैनात सिक्यूरिटी को एक पत्र दिया। बोला कि इसे मालिक को दे देना। वह पत्र एमसीसी माओवादी के नाम से लिखा हुआ है। लेवी के रुप में 7 लाख फ्0 हजार रुपये की मांग की गई थी। लेवी नहीं देने बुरे परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी। चिठ्ठी में मोबाइल नंबर 7ब्78फ्क्8क्9भ् पर संपर्क कर लेवी पहुंचाने का फरमान था। इसके बाद कई बार चिठ्ठी पहुंचाने वालों ने उक्त नंबर से कंपनी मालिक को रुपये पहुंचाने को धमकाते रहे। जितेंद्र कुमार अग्रवाल ने इसकी शिकायत धालभूमगढ़ थाने में दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस टीम ने मोबाइल नंबर के आधार पर लेवी मांगने वाले युवक को खोज निकाला।

ज्ञानचंद्र से ढाई लाख की लेवी की वसूली कर चुका था

जितेंद्र कुमार अग्रवाल से लेवी मांगने वाला राजकुमार महतो और उसके सहयोगी ने इससे पूर्व चाकुलिया पेपर मिल के मालिक ज्ञानचंद्र जायसवाल को भी चिठ्ठी भेज लेवी मांगी थी। ज्ञानचंद्र से ढाई लाख रुपये की वसूली कर ली गई थी। पुलिस को राजकुमार के सहयोगी प्रवीर महतो की तलाश है। लेवी मांगने वाले सभी युवक धालभूमगढ़ चतरो के ही रहने वाले है।

बंगाल के गौतम नामक व्यक्ति के नाम से मोबाइल सिम

लेवी मांगने वाला राजकुमार महतो ने जिस मोबाइल सिम नंबर से लेवी वसूली को लेकर कारोबारियों को धमकाता था। सिम बंगाल के किसी गौतम भूमिज नामक व्यक्ति के नाम से है और मोबाइल का लोकेशन चाकुलिया और धालभूमगढ़ लगातार मिल रहा था। पुलिस जान चुकी थी कि सिम जाली नाम से लिया गया है।