छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : डिप्लोमा कोर्स के लिए टाटा स्टील स्टाफ्स को एनआईटी जाने के लिए बस सेवा की सुविधा मिल सकती है। टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने यह आश्वासन 'एमडी ऑनलाइन' प्रोग्राम में दिया है। इस मासिक प्रोग्राम में स्टाफ रवि कुमार ने एमडी से ऑनलाइन रूबरू होते हुए कहा कि काफी संख्या में स्टाफ एनआइटी में शाम को क्लास करने जाते हैं। इस परेशानी को देखते हुए कंपनी बस सेवा शुरू करे तो बेहतर होगा।

घट रहा 'एमडी ऑनलाइन' का क्रेज

टाटा स्टील में स्टाफ्स के बीच एमडी ऑनलाइन का क्रेज कम हो रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गुरूवार को हुए ऑनलाइन प्रोग्राम में मात्र तीन-चार स्टाफ्स ने अपनी बातें रखीं। कंपनी में एमडी ऑनलाइन की शुरुआत पूर्व एमडी बी। मुत्थुरमण ने की थी। कार्यक्रम का उद्देश्य स्टाफ्स के डिपार्टमेंट से जुड़ी समस्याओं को सुनना व उन्हें हल करना है।

कोल डस्ट की हो सफाई

कोक प्लांट के सीएस झा ने पर्यावरण से जुड़ा विषय उठाया। कहा कि कोक प्लांट में जगह-जगह 'कोल डस्ट' गिरी रहती है। सफाई के लिए झाड़ू मारा जाता है। इससे डस्ट उड़कर हवा में घुल जाती है। पर्यावरणीय दृष्टि से यह नुकसानदायक है। उचित होता अगर वैक्यूम क्लीनर से सफाई की जाए।

टीएमएच में नहीं मिलती दवाएं

सीएस झा ने टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) की इमरजेंसी व ओपीडी में दवा उपलब्ध नहीं रहने की शिकायत की। इस पर एमडी ने कहा कि अस्पताल में दवाएं हर समय उपलब्ध रहें इसके लिए मेडिकल सर्विसेज के जीएम डॉ। चौधरी व वीपी कॉरपोरेट सर्विसेज को निर्देशित किया जाएगा।

एनटीटीएफ में पहले कैंपस करे टाटा स्टील

कोक प्लांट के अशोक कुमार शाह ने सुझाव दिया कि एनटीटीएफ में अक्सर दूसरी कंपनियां पहले कैंपस कर अच्छे बच्चों को ले जाती हैं जबकि टाटा स्टील बाद में कैंपस करती है। टाटा स्टील को पहले कैंपस सेलेक्शन करना चाहिए। इस पर एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी को इस विषय को देखने के लिए कहेंगे।