जमशेदपुर (ब्यूरो): राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू की जीवन गाथा सुनकर बच्चे काफी रोमांचित हुए। बच्चों ने विपरीत परिस्थिति में भी हिम्मत नहीं हारने की संकल्प ली। यह सब छाया नगर में आयोजित कहानी सुनो कार्यक्रम के दौरान तब हुआ जब सोमवार को राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू की जीवन से जुड़ी स'ची कहानी ब'चों को सुनाई गयी। एमबीए की पढ़ाई कर चुकी एवं समाजसेवी शुभश्री दत्ता ने बहुत ही मार्मिक एवं भावपूर्ण अंदाज में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की जीवन गाथा को कहानी के माध्यम से ब'चों के बीच रखा।

बच्चे हुए प्रभावित

कहानी सुनकर बच्चे काफी प्रभावित हुए। कार्यक्रम में मौजूद रोटी बैंक के चेयरमैन मनोज मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू की जीवन यात्रा संघर्षों से भरी हुई है। उन्होंने जिंदगी में कई भूचाल देखे। 2009 से 2014 तक उनकी जिंदगी में एक के बाद एक झटके आए। इस दौरान उन्होंने दो जवान बेटों की मौत देखी। पति का साथ छूट गया। इन सबसे उबर पाना आसान नहीं था। एक समय वह अवसाद से बुरी तरह घिर गई थीं। इन सबके बावजूद दौपदी मुर्मू ने यह साबित कर दिया की इंसान अगर चाह ले तो विपरीत परिस्थितियां भी उन्हें आगे बढऩे से नहीं रोक सकती हैं।

कहानी सुनो कार्यक्रम

उल्लेखनीय है कि रोटी बैंक द्वारा स्लम एरिया के गरीब बच्चों के बीच कहानी सुनो कार्यक्रम का आयोजन हर रविवार को किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बच्चों में शिक्षा एवं पढ़ाई के प्रति रूचि जगाना और उन्हें प्रोत्साहित करना है। कार्यक्रम में मनोज मिश्रा के साथ कहानी वाचक शुभश्री दत्ता, रीना दास, सोमवारी, अंजू देवी, लखी, ईशा, तनिशा, रानी, रिमझिम, नंदिनी सहित सौ से अधिक बच्चों ने भाग लिया।

प्रांतिक दास को किया गया सम्मानित

असम के दौरे पर बेहतर कार्य करने को लेकर सोमवार को राष्ट्रीय मानव अधिकार एवं भ्रष्टाचार निवारण भारत के राष्ट्रीय महासचिव प्रांतिक कुमार दास को झारखंड टीम द्वारा जुबिली पार्क में अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर भागीरथ, आशुतोष साहा, देवाशीष चंद्र, सुब्रत विश्वास, तापस विश्वास, राजेश दत्ता आदि मौजूद थे।