डीसी और एसपी ने किया दावा, मुख्य आरोपी समेत कई की हो चुकी है गिरफ्तारी

हेडिंग -दो गुटों रंजिश में भेंट चढ़ गई शहर की शांति

शुक्रवार की रात डीसी ऑफिस में सभी आरोपियों को मीडिया ट्रायल के लिए किया गया पेश

छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : डीसी डॉ अमिताभ कौशल और एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने दावा किया है कि 20 जुलाई की रात से शुरू हुई हिंसा दो गुटों की आपसी रंजिश थी। दोनों गुटों में के लोग शामिल थे। मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी आशिफ अख्तर ऊर्फ शिबू, जसीम और बबई नंदी ऊर्फ फुटिक को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों का आपराधिक इतिहास रहा है। इस मामले में एक और शख्स कल्लू की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। शुक्रवार की रात डीसी ऑफिस में सभी आरोपियों को मीडिया ट्रायल के लिए पेश किया गया था।

19 जुलाई से शुरू हुई थी लड़ाई

लड़ाई की शुरुआत 19 जुलाई की सुबह 8.30 शुरू हुई थी। आजादनगर थाना क्षेत्र के बावनबेड़ा चौक के पास आसिफ अख्तर ऊर्फ शिबू(नाबालिग पुलिस के अनुसार), उसके दोस्त मो जमीम का वारिस और उसके दोस्तों के साथ विवाद हो गया था। घटना में शिबू और जसीम जख्मी हो गए थे। दोनों का इलाज पुलिस ने एमजीएम हॉस्पीटल में कराया था। इस घटना के बाद मानगो थाना में आसिफ अख्तर ऊर्फ शिबू के बयान पर मामला भी दर्ज किया गया था। दोनों गुटों के बीच घटना का कारण मुहर्रम में विवाद बताया जा रहा है।

20 को फिर से हुई थी लड़ाई

20 जुलाई को शाम 7.30 बजे आशिफ अख्तर ऊर्फ शिबू, बबई नंदी उर्फ फुटिक, शुभम सिंह, जसीम, दीपू, बाबू, इगरान, भगीना, राजा, फलवाला, कल्लू, फैयाज गांधी शराब का सेवन कर रहे थे। इसी बीच वारिस, छोटू पंडित, मोनू पांडेय, जल्ला फिरोज, सद्दाम बच्चा, फैयाज और गुलजार(दूसरा गुट)गांधी मैदान के पास पहुंचे और झगड़ा शुरू हो गया। घटना का कारण 19 जुलाई के विवाद को बताया जा रहा है। मारपीट की घटना में शिबू व उसके सहयोगी गुट भारी पड़ रहे थे। कमजोर पाकर वारिस व उसके सहयोगी डाइगुट्टू की ओर भाग खड़े हुए। इसके बाद दोनों लोग अपने-अपने समुदाय के लोगों को बुला लिया और मामला बिगड़ने लगा।