JAMSHEDPUR: शंकोसाई रोड नंबर-भ् स्थित बिहार बस्ती के केदार बगान निवासी सतीश (फ्ख् वर्ष) मर्डर केस का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को दबोचा है। लीडीह थाना प्रभारी मुकेश चौधरी और आजादनगर थाना के इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ठाकुर और पुलिस टीम ने हत्या में शामिल उलीडीह शंकोसाई निवासी सूरज गोराई, राकेश साहू व विशाल साहू को गिरफ्तार कर लिया। जबकि हत्याकांड के मुख्य आरोपी कानू मार्डी उर्फ अजीत मार्डी समेत तीन आरोपी फरार हैं। पटमदा डीएसपी अजय केरकेट्टा ने उलीडीह थाना में बताया कि सतीश राम की अजीत मार्डी एवं उसके सहयोगियों ने फ् जून को लाठी-डंडे से पिटाई कर दी थी। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण भ् जून को उसकी मौत हो गई थी। मृतक की बहन चंदा देवी की शिकायत पर उलीडीह थाना में हत्या की एफआइआर दर्ज की गई थी

विवाद के बाद हुई थी हत्या

डीएसपी ने बताया मृतक सतीश राम सेंट्रिंग मिस्त्री था। शराब पीने की आदत की वजह से उसकी पत्नी पूनम देवी उसे छोड़कर अपने तीन बच्चों को लेकर दो वर्ष पहले गोलमुरी चली गई थी। जहां कभी-कभी बच्चों से मिलने सतीश राम आता-जाता था, लेकिन उसकी पत्नी को यह पसंद नही था। पत्नी ने घर बदल लिया। इस कारण सतीश बच्चों से मिल नहीं पा रह था। उसकी पत्नी जहां रहती है उसका पता उलीडीह श्यामनगर की रहने वाली सोमारी नामक दाई जानती थी। फ् जून को सतीश की मुलाकात सोमारी से हो गई तो उसने उससे अपनी पत्नी के घर का पता पूछा बताने से इंकार किया पर सतीश ने सोमारी को धक्का दे दिया, जिससे वह गिर गई और उसके सिर में चोट लगी। उसे उसी हालत में छोड़कर सतीश भाग गया।

सतीश की हुई थी पिटाई

घटना की जानकारी सोमारी के पोता अजीत मार्डी अपने छह साथियों के साथ दो बाइक में सवार होकर बदले की भावना से सतीश की तलाश करने लगा। शंकोसाई रोड नंबर पांच में सतीश क्ख् बजे मिला तो उसकी जमकर पिटाई कर दी। दोबारा दोपहर तीन बजे उसे पकड़ कर अपने साथ बाइक में बैठाकर ले गये। शंकोसाई नदी किनारे ले जाकर उसकी पिटाई की और फिर बाइक में ही बैठाकर शनिवार की रात केदार बगान सतीश की बहन चंदा देवी के आवास से कुछ दूरी पर छोड़ गये। रात भर पिटाई की दर्द से सतीश कहराता रहा। दूसरे दिन सुबह उसकी स्थिति बिगड़ने लगी तो उसकी मां सावित्री देवी ने मेडिकल से दवा लाकर उसे खिलाया, लेकिन स्थिति बिगड़ती चली गई। उसे एमजीएम ले जाया गया। रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। एमजीएम हॉस्पिटल के डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया था।