-नामकुम के पास सड़क हादसे में शहर के तीन लोगों की मौत

-गुरुवार की रात 11 बजे निकले थे रांची के लिए

छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: निरंजन सिंह कॉम्पलेक्स निवासी संदीप सिंह अपने मित्र मानगो के बिरसाबस्ती निवासी रवि वर्मा व अपने दुकान के कर्मचारी कुंवर बस्ती निवासी गांधी मल्लिक को अपने साथ डस्टर कार से रांची लेकर गुरुवार की रात करीब 11 बजे निकला। रांची जाने के दौरान नामकुम के पास सड़क हादसे में तीनों युवकों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई।

ऐसे मिली जानकारी

नामकुम पुलिस ने गांधी मल्लिक के पाकेट से मोबाइल निकाल कर फोन किया तो वह फोन गांधी मल्लिक की मां जयंती मल्लिक के मोबाइल पर लगा। पुलिस ने सड़क हादसे की जानकारी देते हुए जल्दी से नामकुम आने के लिए जयंती को कहा। जयंती ने अपने छोटे बेटे को मामले की जानकारी दी और छोटा बेटा तुरंत संदीप सिंह के घर गया और उसके परिजनों को घटना की जानकारी दी। फिर रवि वर्मा के घर जाकर संदीप के भाईयों ने जानकारी दी। तब तीनों मृतक के भाई व बस्ती वाले नामकुम के लिए रवाना हुआ। देर शाम शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे लेकर परिजन लेकर शहर पहुंच गये हैं।

बचपन से काम कर परिवार चलाता था गांधी

ओल्ड पुरूलिया रोड स्थित कुंवर बस्ती निवासी गांधी मल्लिक के पिता भाष्कर मल्लिक 10-12 वर्षो से अपने परिवार को छोड़कर अलग रहते थे। घर में बड़ा होने के कारण गांधी मल्लिक 10 वर्ष की उम्र से ही काम करने निकल पड़ा और अपने परिवार का भरण पोषण करने लगा। छोटी उम्र पर बेटे पर अधिक भार न पड़े जिसे देखकर मां जयंती भी काम करने निकल पड़ी दोनों मां बेटे काम कर चार लोगों का परिवार चलाने लगे। गांधी की एक बहन व एक भाई है। गांधी घर में सबसे बड़ा था। बहन की शादी के लिए गांधी दहेज की रकम जमा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा था क्योंकि गांधी की बहन का रिश्ता लेकर आये लोग पहले दहेज की रकम की बात करते थे।

भूखे निकला था घर से

रवि के पिता राजकुमार वर्मा ने बताया कि उनके छोटे बेटे मोनू के मोबाइल पर रवि ने करीब 11 बजे फोन कर कहा कि वह आज घर नहीं आयेगा संदीप के साथ घुमने जा रहा है। इसलिए वे लोग खाना खा कर सो जाओ। उन्होंने बताया कि रोजाना दस से साढ़े दस बजे तक रवि घर आ जाता था और घर में ही खाना खाता था। रवि संदीप के साथ घूमने गया है और रात में घर नहीं आया है इसकी जानकारी उन्हें नहीं थी। डिमना रोड में फिटनेस टारकुम नामक जीम का मालिक रवि था। वहीं वह बैठा करता था। रवि के पिता राजकुमार की शिव सागर नामक सोने चांदी की दुकान है। उन्होंने बताया कि रवि की मौत की सूचना सुबह साढ़े बजे गांधी के भाई ने दी। रवि तीन भाई एक बहन है।

संदीप की मौत की खबर नहीं थी पत्नी को

संदीप की सड़क हादसे में हुई मौत की खबर परिजनों ने उनकी पत्नी को नहीं दी थी। हालांकि घर का माहौल व अचानक बड़े भाई रांची के लिए रवाना होने से संदीप की पत्नी जरूर चिंतित थी लेकिन उन्हें सारी जानकारी नहीं दी गई थी।