-बस स्टैंड से निकलने के बाद मानगो ब्रिज पर खड़ी होती हैं बसें

-यहीं चढ़ाए जाते हैं पैसेंजर और सामान

-मानगो ब्रिज पर बस खड़ी रहने के कारण हो जाता है जाम

JAMSHEDPUR: सिटी में ट्रैफिक जाम की समस्या दूर करने को लेकर न तो एडमिनिस्ट्रेशन और न ही लोग सीरियस हैं। रोड किनारे से एन्क्रॉचमेंट हटाए जा रहे हैं, लेकिन दूसरे ही दिन फिर से दुकानें सज रही हैं। ट्रैफिक जाम की सबसे ज्यादा परेशानी मानगो बस स्टैंड के आसपास है। बसवालों ने मानगो ब्रिज को बस स्टैंड के रूप में डेवलप कर दिया गया है। ऐसे में जाम लगना स्वभाविक है।

कोई परवाह नहीं

स्टैंड से निकलने के बाद पहले गोलचक्कर और उसके बाद स्वर्णरेखा नदी पर बने ब्रिज पर टीओपी के पास बसें रोक कर पैसेंजर्स चढ़ाया जाता है। उन्हें इस बात की कोई परवाह नहीं कि उनकी इस हरकत की वजह से आम लोगों को परेशानी होती है। वहां ट्रैफिक पुलिस के जवानों की भी तैनाती होती है, लेकिन उस ओर किसी का भी ध्यान नहीं जाता। इतना ही नहीं पैसेंजर्स भी बस स्टैंड जाने की बजाय मानगो ब्रिज पर गोलचक्कर के पास बने टीओपी के पास खड़े रहते हैं।

दोबारा सज गइर्ं दुकानें

फ्राइडे को जेएनएसी द्वारा मानगो बस स्टैंड के पास से एमजीएम हॉस्पिटल तक रोड के दोनों किनारे से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। बुलडोजर के जरिए सभी टेम्पोरेररी स्ट्रक्चर तोड़ डाले गए। अब वहां एक बार फिर से दुकानें सज गई हैं।

तत्कालीन डीसी ने लिया था एक्शन

मानगो ब्रिज से जब्त की गई थीं बसें

तत्कालीन डीसी नितिन मदन कुलकर्णी मानगो ब्रिज पर बसें खड़ी पर पैसेंजर्स चढ़ाने के मामले में एक्शन लिया था। उनके आदेश पर लोकल थाना द्वारा दो बसों को जब्त कर साकची थाना ले जाया गया था। बाद में फाइन वसूल कर उन्हें छोड़ दिया गया, लेकिन इसके बाद से उनके डिस्ट्रिक्ट में रहने के दौरान मानगो ब्रिज बस स्टैंड का अस्तित्व खत्म हो गया था, लेकिन अब फिर ब्रिज स्टैंड गुलजार हो गया है।

इस बात की जानकारी ट्रैफिक डीएसपी और ट्रैफिक इंस्पेक्टर को दे दी गई है। उनसे कहा गया है कि वे इस बात का ध्यान रखें कि मानगो बस स्टैंड के आस-पास जाम नहीं लगे। जाम लगने पर कार्रवाई की जाएगी।

-संजय पीएम कुजूर, डिस्ट्रिक्ट ट्रांसपोर्ट ऑफिसर, ईस्ट सिंहभूम