-गर्मी का बढ़ रहा है प्रकोप, शहर में लू से दो और डायरिया से एक व्यक्ति की मौत

-इस साल लू से मरने वालों की संख्या हुई चार

JAMSHEDPUR : लगातार बढ़ती गर्मी लोगों के पसीने छुड़ाने के साथ-साथ जानलेवा भी साबित हो रही है। लू लगने से शनिवार को शहर में दो लोगों की मौत हो गई। जबकि शुक्रवार को डायरिया से एक मरीज ने दम तोड़ दिया। शहर में अब तक लू से मरने वालों की संख्या चार हो गई है। शहर के अलग-अलग हॉस्पिटल्स और नर्सिग होम्स का आंकड़ा देखा जाए तो रोजाना दर्जनों मरीज लू के चपेट में आकर भर्ती हो रहे हैं। मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस तेज गर्मी से बचाव के लिए डॉक्टर लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।

बढ़ रहा गर्मी का प्रकोप

गम्हरिया निवासी सचिन कुमार और गोलमुरी निवासी शंकर लाल को शुक्रवार को लू की चपेट में आने से एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया गया था। शनिवार को इलाज के दौरान में दोनों ने दम तोड़ दिया। पांच दिन पूर्व एक अज्ञात व्यक्ति को डायरिया की शिकायत होने पर मेडिसीन विभाग में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार की उसकी मौत हो गई। डॉक्टर्स ने बताया कि तेज गर्मी होने पर शरीर नॉर्मल टेंपरेचर को मेंटेने नहीं कर पाता। इस वजह से हीट स्ट्रोक होता है। इससे बचने के लिए तेज गर्मी के एक्सपोजर से बचना, शरीर को डिहाइड्रेट नहीं होने देना जैसी सावधानियां जरूरी हैं।

ये हैं लू के लक्षण

-सिर में भारीपन और सिरदर्द।

-अधिक प्यास लगना और शरीर में भारीपन के साथ थकावट।

- शरीर का तापमान बढ़ना, जी मचलना और सिर चकराना।

-पसीना आना बंद हो जाना।

-मुंह का लाल हो जाना और त्वचा का सूखा होना।

-अत्यधिक प्यास लगना, बेहोशी जैसी स्थिति होना या बेहोश होना।

कैसे करें इलाज

- लू और सन स्ट्रोक के मरीज तुरंत छायादार ठंडे स्थान पर लिटा दें।

- त्वचा को गीले कपड़े से स्पंज करते रहें रोगी के कपड़े को ढीला कर दें।

-होश में आने पर ठंडा पेय पदार्थ दें।

-इलाज के लिए तत्काल नजदीकी हॉस्पिटल ले जाएं।

करें ये उपाय

- अपने काम दिन के ठंडे समय में, सुबह या शाम में करने की कोशिश करे।

- सूरज के डायरेक्ट एक्सपोजर से बचें। अगर बाहर जाना हो तो साथ में हल्के रंग का छाता, टोपी या खुद को कवर करने के लिए स्कार्फ साथ में रखे।

- लूज फिटिंग और हल्के कलर का कपड़ा पहनें। सिंथेटिक कपड़ों के बजाय कॉटन का इस्तेमाल करें।

- ज्यादा गर्मी लगे तो अपने चेहरे को भीगे वाइप्स या गीले कपड़े से ठंडा करें।

- तापमान को कम करने के लिए ठंडे पानी से नहाएं।

- तापमान में अचानक से आने वाले बदलाव से बचें। एयर कंडिशनर से डायरेक्ट हीट में ना जाएं।

- अगर आप फिल्ड वर्क करते हैं, तो समय-समय पर किसी छायादार या ठंडे एरिया में आराम करें।

- सनग्लासेज का इस्तेमाल करें। ये आंखों को तेज रोशनी से बचाते हैं।

- तरबूज, आम, चुकंदर, ककड़ी, पाइनएप्पल, संतरा, अंगूर, पालक, लेट्यूस, ब्रोकली जैसे हाई वाटर कंटेंट वाले फल और सब्जियों का सेवन करें।

- पर्याप्त मात्रा में तरल, पानी, नींबू-पानी, लस्सी या छाछ, वुड एप्पल स्क्वैश, जल-जीरा, आम पन्ना, बटर मिल्क, नारियल पानी आदि का सेवन करें।

(डॉ। से बातचीत पर आधारित)

मौसम में आ रहे बदलाव की वजह से बीमारियां बढ़ रही हैं। सिरदर्द, चक्कर, दस्त, बदन में ऐंठन के कई मामले आ रहे हैं। हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। लू से बचाव के लिए सावधानी बरतना जरूरी है।

-डॉ। निर्मल कुमार, एचओडी, मेडिसीन डिपार्टमेंट, एमजीएम हॉस्पिटल