Strict हो गए हैं rules
जी हां, सेंट्रल एक्साइज एंड कस्टम डिपार्टमेंट के नए रुल्स की वजह से अब कंट्री में दूसरे देशों से डॉग्स लाना काफी मुश्किल हो गया है। इस रुल के वजह से फॉरेन डॉग्स की कीमतें बढऩे के साथ-साथ ब्रीडिंग भी महंगी हो जाएगी। सेंट्रल एक्साइज एंड कस्टम बोर्ड ने हाल ही में बैगेज के तौर पर कंट्री डॉग और कैट जैसे पेट्स के इंपोर्ट के नियमों को सख्त बना दिया है। नए रुल्स के तहत अब वही व्यक्ति कंट्री में दो पेट्स लेकर आ सकता है जो अपना रेजिडेंस दो साल तक फॉरेन में रहने के बाद यहां शिफ्ट कर रहा हो। वही पहले फॉरेन से दो पेट्स तक ले आने में दो साल के स्टे की कोई बंदिश नहीं थी। पुराने रुल्स के अनुसार ऑरिजिन कंट्री का हेल्थ सर्टिफिकेट और यहां पर क्वारंटाइन ऑफिसर की जांच के बाद दो पेट्स तक लाने की परमीशन थी। इस रुल के बाद एक तरफ जहां फॉरेन पेट लाना मुश्किल हो गया है वही उसकी कीमतों का बढऩा भी तय हो गया है।

200 percent तक बढ़ेगी कीमत
इस रुल के बाद फर्जी टूरिस्ट बनकर पुराने बैगेज रुल का फायदा उठाते हुए बिजनेस पर्पस से पेट्स लाने का खेल बंद हो जाएगा। फॉरेन डॉग्स का इंपोर्ट करने वाले कोलकाता स्थित शुभा केनल के ओनर सोमनाथ पॉल ने बताया कि इस रुल के बाद अब फॉरेन डॉग्स का इंपोर्ट आम रुल के तहत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके तहत अब हर फॉरेन डॉग के लिए 200 पर्सेंट टैक्स चुकाना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि कंट्री में जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, हॉलैैंड जैसे कंट्रीज से आने वाले जर्मन शेफर्ड और लेब्राडोर जैसे डॉग्स सहित टॉय डॉग्स की कैटगरी में आने वाले पेट्स की कीमत फिलहाल 2.5 से 3 लाख रुपए के बीच है वहीं थाईलैैंड से आने वाले डिफरेंट ब्रीड के डॉग भी   कि उन्होंने बताया कि इस रुल के बाद फॉरेन डॉग्स की कीमत भी 60 से 70 हजार रुपए के बीच है, ऐसे में 200 पर्सेंट टैक्स से इनकी कीमतें आसमान छूने लगेंगी। मार्केट पर काफी असर पड़ेगा।

Dog lovers हैं परेशान
सिटी में भी फॉरेन डॉग्स की अच्छी डिमांड है। सोमनाथ पॉल ने कहा कि हर साल बड़ी संख्या में जमशेदपुर में फॉरेन डॉग्स डिमांड होती है। जमशेदपुर केनल क्लब के सेक्रेटरी आर के सिन्हा ने बताया कि जो लोग अब फॉरेन से डॉग्स मंगाना चाहेंगे उन्हे काफी प्रॉब्लम होगी। हालांकि उन्होंने बताया कि सिटी में ज्यादातर लोग इंडिया में ब्रीडिंग किए गए फॉरेन पेट्स लाते है। पर सोमनाथ पॉल बताते है कि इस रुल के बाद इंडिया में भी ऑरिजनल ब्रीड के डॉग के साथ ब्रीडिंग का खर्च काफी बढ़ जाएगा जो लोगो के लिए परेशानी का सबब है।

Report by: abhijit.pandey@inext.co.in