-पैसेंजर्स को होती है परेशानी

JAMSHEDPUR : मानगो बस स्टैंड से डेली हजारों पैसेंजर्स सफर करते हैं, लेकिन स्टैंड पर पैसेंजर्स के लिए पीने के पानी की सुविधा नहीं है। इस वजह से प्यास लगने पर पैसेंजर्स के पास पानी की बोतल खरीदने के अलावा कोई चारा नहीं है। कुछ महीने पहले स्टैंड पर नल लगाया भी गया था, लेकिन पैसेंजर्स को इसकी सुविधा एक महीने भी नहीं मिल पाई।

क्भ्0 बसें चलती हैं रोज

मानगो बसे स्टैंड से डेली झारखंड के अन्य शहरों सहित बिहार, ओडि़शा और वेस्ट बंगाल के लिए क्भ्0 से भी ज्यादा बसें चलती हैं। इनमें सफर के लिए डेली हजारों यात्री स्टैंड आते हैं, लेकिन बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए पानी की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। स्टैंड में बस के लिए इंतजार करने वाले लोगों को अगर प्यास लगे, तो पैसेंजर्स के पास पानी की बोतल खरीदने के अलावा कोई चारा नहीं है। वहीं, स्टैंड पर मौजूद बसों के कर्मचारियों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ती है। बस के एक स्टाफ ने बताया कि उन्हें डेली करीब क्8 घंटे स्टैंड पर रहना पड़ता है इस दौरान पानी की सुविधा नहीं होने की वजह से काफी दिक्कत होती है।

क्0 दिन भी नहीं आया पानी

बस स्टैंड पर इसी साल ड्रिंकिंग वाटर के लिए नल लगाया था, लेकिन इस नल का पानी ज्यादा दिनों तक लोगों की प्यास नहीं बुझा पाया। बस स्टैंड पर काम करने वाले बस कर्मचारी पप्पू सिंह ने बताया कि अप्रैल में नल लगाया गया था, लेकिन क्0 दिनों के अंदर ही नल बंद हो गया। स्टैंड पर ड्रिंकिंग वाटर की प्रॉपर सुविधा नहीं होने की वजह से डेली हजारों पैसेंजर्स को परेशानी हो रही है, लेकिन इस समस्या को दूर करने की कोई कोशिश नहीं की जा रही है।

बस स्टैंड में पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। स्टैंड में कहीं भी नल नहीं है। एक नल लगाया गया था, लेकिन उसका फायदा लोगों को क्0 दिन भी नहीं मिल पाया।

-पप्पू सिंह, बस स्टाफ

बस स्टैंड में पानी की व्यवस्था नहीं है। इससे पैसेंजर्स और स्टैंड पर काम करने वाले कर्मचारियों को दिक्कत होती है। प्यास लगने पर पानी खरीदने के अलावा को चारा नहीं है।

-अनिल पांडेय, बस स्टाफ

स्टैंड में ड्रिंकिंग वाटर की व्यवस्था नहीं होने की वजह से काफी परेशानी होती है। कई बार बस के लिए इंतजार करना पड़ता है, ऐसे में अगर प्यास लग जाए, तो पानी की बोतल खरीदनी पड़ती है।

-मनीष कुमार, पैसेंजर

बस स्टैंड में पानी जैसी बेसिक फैसिलिटी उपलब्ध नहीं है। इससे पैंसेजर्स को काफी दिक्कत होती है। प्यास लगने पर पानी खरीदना पड़ता है।

-कुंदन, पैसेंजर