-यह सेंटर कब खुलेगा, कब नहीं, इसका जवाब किसी के पास नहीं है

JAMSHEDPUR: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज में खुलने वाले जेनेटिक विंग पर ग्रहण लगता दिख रहा है। कामकाज ठप है। वहीं केंद्र से मिली करीब एक करोड़ रुपये की राशि भी लौट गई है। अब यह सेंटर कब खुलेगा, कब नहीं, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। हालांकि, पदाधिकारियों का कहना है कि इसे जल्द ही खुलवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया जाएगा। जेनेटिक विंग खुलने से शहर में ही वंशानुगत (जेनेटिक) बीमारियों का इलाज संभव है। अबतक लोगों को बाहर जाना मजबूरी है।

इन बीमारियों का हो सकेगा इलाज

डाउन सिंड्रोम, हीमोफीलिया, थैलेसीमिया, मस्क्यूलर डिस्ट्रोफी, सीकलसेलोनेमिया, फिनाइलकिटोन्यूरि, सिस्टिक फायब्रोसिस, न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट आदि। किसी परिवार के लाइफ स्टाइल, उच्च रक्तचाप व मधुमेह में भी काउंसलिंग कारगर साबित होगी।

जेनेटिक विंग के लिए वर्तमान में कार्य स्थगित हो गया है और राशि भी लौट गई है। जल्द ही स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर इसे खुलवाने की कोशिश की जाएगी ताकि लोगों को इलाज के लिए बाहर न जाना पड़े।

- डॉ एसी अखौरी, प्रिंसिपल, एमजीएम मेडिकल कॉलेज