CHAIBASA: चाईबासा शहर में साड़ी-नाइटी गिरोह द्वारा गाय चोरी की बात आखिरकार अफवाह साबित हुई। नाइटी पहने जिस व्यक्ति को ग्रामीणों ने दबोच कर पुलिस के हवाले किया वो शाम होते-होते जांच के बाद विक्षिप्त निकला। इस वजह से पुलिस ने उसे छोड़ दिया है।

यह है पूरा मामला

सोमवार की देर रात टुंगरी मोहल्ले में लोगों ने नशे की हालत में नाइटी पहनकर घूम रहे एक व्यक्ति को लोगों ने गाय-बैल चोर के शक में पकड़ लिया। पेड़ से बांधकर सभी ने मिलकर उसकी खूब धुनाई की और फिर मुफ्फसिल थाने की पुलिस को सौंप दिया। थाने में उससे पूछताछ की गई मगर वो कुछ भी ठीक से नहीं बता रहा था। काफी प्रयास के बाद उसने अपना नाम प्रदीप सिंह बताया। कहा कि वो जमशेदपुर स्थित भुइयांडीह बस्ती का रहने वाला है। इसके बाद उसके परिवार वालों से संपर्क किया गया। परिजनों ने बताया कि वो मानसिक तौर पर विक्षिप्त है। नौ जुलाई से घर से निकला हुआ है। इसके बाद परिवार वालों को चाईबासा बुलाकर प्रदीप को उनके सुपुर्द कर दिया गया।

छह महीने से हो रही चोरी

स्थानीय लोगों ने बताया कि चाईबासा में पिछले छह माह से पशु चोरी की घटनाएं हो रही हैं, जिसके कारण गाय-बैल रखने वाले लोग रतजगा करते हैं। थाने में भी इसके कई मामले दर्ज कराए गए हैं। हालांकि अभी तक पुलिस एक भी पशु चोर को पकड़ नहीं पाई है। टुंगरी में जिस स्थिति में वो व्यक्ति घूम रहा था, उससे वह संदिग्ध लगा। रात में वह टुंगरी मुहल्ले में उसे पहले साड़ी पहनकर घूमते देखा गया। इससे लोगों को ज्यादा शक हुआ। बाद में उसे नाइटी पहनकर सड़क पर जाते देखा गया तो लोगों ने पकड़ लिया और पिटाई कर दी।

बाकी रुपए लेने आया था

गाय चोर के शक में दबोचे गए प्रदीप सिंह ने बताया कि वह गाय व्यापारी है। उसने टुंगरी के भूषण यादव को 48 हजार रुपए में एक गाय बेची थी। भूषण ने 22 हजार रुपए दिए थे और बाकी के रुपए लेने के लिए वह चाईबासा आया था। यहां कुछ लोगों ने पहले तो पकड़कर उसे पीटी और फिर नाइटी पहनाकर पेड़ से बांध दिया।

लोगों ने जिस आदमी को पकड़ा था वह गाय चोर नहीं है। उसका मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ है। हम लोगों ने उसे परिजनों के हवाले कर दिया है।

-दिग्विजय सिंह, मुफ्फसिल थाना प्रभारी