JAMSHEDPUR: शनिवार को सुंदरनगर-जादूगोड़ा सड़क हादसे में मरे गुलाम का शव उठाने से परिजनों ने इन्कार कर दिया। मानगो हुसैनी मुहल्ला निवासी रहे गुलाम के परिजनों ने मुआवजा मिलने तक शव उठाने से इन्कार कर दिया। रविवार को भी दिन भर गुलाम का शव टाटा टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) के शीतगृह में पड़ा रहा।

कार से हुई थी टक्कर

गुलाम की मौत शनिवार को हितकू के समीप आइ-टेन कार के साथ हुई उसकी बाइक की टक्कर में हुई थी। उसके परिवार वाले अब टक्कर मारने वाले कार के मालिक की गिरफ्तारी व मुआवजे की मांग पर अड़े हुए हैं। वे दस लाख मुआवजे की मांग कर रहे हैं। रविवार को टीएमएच पहुंचे परिजनों ने सुंदरनगर थाने की पुलिस से कार मालिक की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कार मालिक सुंदरनगर स्थित गोड़ाडीह का रहने वाला है और घटना के बाद से उसका घर बंद है और वह फरार है। कार को पुलिस ने जब्त कर रखा है।

भागलपुर का था रहनेवाला

हादसे में मरा गुलाम सिमनानी मूल रूप से भागलपुर का रहने वाला था। उसके पिता भागलपुर मस्जिद में इमाम हैं। वह हुसैनी मुहल्ला जाकिरनगर में मां के साथ रहकर पढ़ाई कर रहा था.वह अपने मामा नौशाद के साथ बाइक पर सवार होकर शनिवार को सुंदरनगर होते हुए धालभूमगढ़ जा रहा था। हितकू ग्राम के पास विपरीत दिशा से आ रही कार ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। इससे दोनों घायल हो गए। दुर्घटना के वक्त कार महिला चला रही थी। एयरबैग खुल जाने के कारण कार सवारों की जान बच गई थी। दुर्घटना के बाद महिला कार सवारों के साथ मौके से भाग निकली। नौशाद और गुलाम को टीएमएच में दाखिल कराया गया। यहां गुलाम की मौत हो गई थी। जबकि नौशाद का इलाज चल रहा है।