रांची: सिर्फ पंडरा थाना क्षेत्र में ही जुए का अवैध खेल नहीं होता, राजधानी के और भी कई इलाके हैं, जहां मटका और जुआ अब भी बेखौफ खेला जा रहा है। बहरहाल, पंडरा ओपी की ओर से इस दिशा में एक बेहतर कार्रवाई करते हुए दस जुआरियों को दबोचा गया है। डीजे आईनेक्स्ट ने 15 मार्च के एडीशन में गैंबलिंग पर एक स्टोरी की थी, जिसमें शहर के किस इलाके में जुआ का कारोबार हो रहा है, इसकी विस्तृत रिपोर्ट छपी थी। खबर का इम्पैक्ट रविवार को दिखा। पंडरा ओपी ने जुआ अड्डा पर छापेमारी करते हुए दस से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया, साथ ही लगभग तीन लाख रुपए, 16 मोबाइल फोन समेत जुआ से संबंधित कई सामान जब्त किए गए हैं। थाना प्रभारी पृथ्वीसेन दास ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह छापेमारी की गई। पंडरा स्थित एक घर में जुआ चलने की सूचना थी। जब वहां छापेमारी की गई तो कई जुआ खेलते दिखे। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

मोहल्ले के लोग थे परेशान

पंडरा महावीर मंदिर के पीछे रहने वाले लोगों ने बताया कि वे पहले भी इसकी शिकायत पुलिस से कर चुके हैं। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से जुआरियों का दुस्साहस बढ़ता गया। हर रात यहां जुआरियों का जमावड़ा लगता है। सभी मनिकांत नाम के एक लड़के के घर पर जमा होते हैं, जहां आधी रात तक जुआ चलता रहता है। हजारों रुपए के दावं लगते हैं। ये लोग शराब और दूसरे नशीले पदार्थो का सेवन भी करते हैं। कई बार आपस में ही मारपीट भी करते हैं। मोहल्ले के लोग इससे काफी परेशान भी थे। पहले भी समझाने का प्रयास किया गया था। लेकन आपराधिक छवि वाले ये लोग आम पब्लिक से ही भीड़ जाते हैं। पंडरा ओपी से शिकायत करने पर थाना स्तर से कार्रवाई हुई और सभी जुआरियों को अरेस्ट कर लिया गया।

और भी हैं कई इलाके

एक अनुमान के अनुसार, सिर्फ राजधानी रांची में हर दिन लगभग 50 लाख रुपए का दावं मटका के खेल में लगता है। यानी की शहर में हर महीने 15 करोड़ रुपए के जुआ का खेल चलता है। इसमें न जाने कितने घर और परिवार बर्बाद हो जाते हैं। यह खेल लूट, छिनतई जैसे अपराध को भी जन्म देता है। वैसे तो कुछ खास गिरोह ही मटका के खेल में सक्रिय है लेकिन उनका नेटवर्क इतना तगड़ा है कि सिटी के हर छोटे-बडे़ इलाके में इन लोगों ने जाल बिछा रखा है। गाहे-बगाहे पुलिस द्वारा कार्रवाई तो होती है लेकिन इस अवैध खेल को कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। एक स्थान पर रेड पड़ने पर ये लोग कहीं और अपना ठिकाना ढूंढ लेते हैं। वहीं यदि कोई गिरफ्तार होता है तो कुछ दिन सब शांत हो जाता है, हफ्ते भर बाद ही फिर से बिसात बिछनी शुरू हो जाती है। पंडरा के अलावा सुखदेव नगर, चुटिया, लोअर बाजार, हिंदपीढ़ी, जगन्नाथपुर, कोतवाली और नामकुम थाना क्षेत्र में जुआ खेलने की शिकायतें सबसे ज्यादा मिलती हैं। जुआ के खेल को बंद करने के लिए एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने क्यूआरटी टीम का गठन किया है। यह टीम शुरुआत में कई स्थानों पर छापेमारी कर जुआ में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी की। लेकिन इन दिनों टीम सुस्त पड़ गई है, जिससे मटके बाजों को फिर मौका मिल गया है।

माफियाओं पर हो एक्शन

जुआ से जुडे़ माफियाओं पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसमें संलिप्त बंटी और रिजवान को अब भी पुलिस की तलाश है। बीते महीने नोडल पदाधिकारी ममता कुमारी के नेतृत्व में हुई छापेमारी में भी बंटी भागने में सफल रहा। इसे पहले दिसंबर महीने में भी मेन रोड स्थित फूल दुकान के पीछे हुई छापेमारी में मटका किंग बंटी भागने में कामयाब रहा। अवैध खेल को पुलिस का भी संरक्षण प्राप्त है। पुलिस की रेड से महज एक या दो मिनट पहले ही मटकेबाजों को खबर मिल जाती है कि फलाना स्थान पर पुलिस रेड करने वाली है जिससे उन्हें भागने का मौका मिल जाता है। पुलिस संलिप्तता पाए जाने पर पूर्व डीजीपी एमवी राव ने ऐसे पुलिस कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की बात कही थी। लेकिन पुलिस के खिलाफ कोई एक्शन नहीं हुआ।

गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। क्रिमिनल एक्टिविटीज से जुडे़ किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। दूसरे किसी भी स्थान पर गैंबलिंग का खेल हो रहा है तो आम पब्लिक इसकी सूचना दे। फौरन कार्रवाई की जाएगी। सूचना देने वालों का नाम भी गुप्त रखा जाएगा।

-सुरेंद्र कुमार झा, एसएसपी रांची

इन इलाकों में चल रहा खेल

लोअर बाजार थाना: मेन रोड कलाल टोली, कांटाटोली, हिंदपीढी,

चुटिया थाना क्षेत्र: रेलवे ओवरब्रीज

जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र: लीची, जगन्नाथपुर मंदिर के पीछे,

कोतवाली थाना क्षेत्र: बड़ा तालाब के आसपास, नउआ टोली,

सुखदेव नगर थाना क्षेत्र-मधुकम, इंद्रपुरी रोड नंबर 10, अलकापुरी खादगढ़ा सब्जी मंडी, रुगड़ी गढा, किशोरगंज संस्कृत कालेज

नामकुम थाना बार्डर: मौलाना आजाद कालोनी के पास

रातू थाना क्षेत्र के कुछ इलाकों में