RANCHI :कोकर के डिस्टलरी तालाब के पास बड़े ही तामझाम के साथ स्वामी विवेकानंद स्मृति पार्क का निर्माण शुरू हुआ था। दो करोड़ रुपए की लागत से इस पार्क को खूबसूरत आकार दिया गया था। लेकिन देखरेख के अभाव में आज यह पार्क बर्बादी के कगार पर पहुंच चुका है। पार्क में लगाये गए झूले टूट चुके हैं। पोल लाइट की बैटरी चोरी कर ली गई है। ताजा हाल के क्रम में पूरे पार्क में बड़ी-बड़ी झाडि़यां उग आई हैं। आने-जाने के रास्ते उबड़ खाबड़ हैं, पेभर्स ब्लॉक भी उखाड़ लिए गये हैं। मसलन दो करोड़ का पार्क देखरेख के अभाव में दो कौड़ी का बन गया। इसके बाद भी इस पार्क की दशा सुधारने के लिए नगर निगम की नजरें इस ओर इनायत नहीं हो रही हैं। पार्क के इस हाल के चलते अब लोग यहां आना भी पसंद नहीं करते हैं।

पार्क में युवतियां अनसेफ

पार्क में चारों ओर तार से घेराव किया गया था लेकिन आपराधिक तत्वों ने उसे तोड़ कर आने-जाने का रास्ता बना लिया है। खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करने की वजह से लोग यहां आना भी नहीं चाहते हैं। पार्क के अंदर आपराधिक गतिविधियां भी बढ़ गई हैं। आसपास के घुमंतू युवक इसी पार्क में आकर गांजा और शराब पीते हैं। पार्क का टेंडर लेने वाले दीपक सोलंकी ने बताया कि कई बार ऐसे लड़कों को भगाया जाता है लेकिन वे लड़ने लगते हैं और मारपीट पर उतारु हो जाते हैं। यही नहीं नशे के लिए यहां डेरा जमाये युवक पार्क में आने वाली युवतियों के साथ छेड़छाड़ भी करते हैं। लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया जाता।

निगम को दी गई है जानकारी

दीपक ने बताया कि चार दिन पहले ही नगर निगम को लेटर लिखकर पार्क के वर्तमान हालात से अवगत कराया गया है। इसमें जलजमाव, चहारदीवारी, एंटरटेनमेंट के साधन को नुकसान पहुंचाने आदि का जिक्र है। लेकिन अब तक कोई पहल नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि यहां आने वाले युवक टिकट भी नहीं खरीदते, लोकल होने की बात कहकर जबरन पार्क में घूस जाते हैं और गलत हरकत करते हैं। पार्क में आने वाले दूसरे लोगों के साथ भी बदतमीजी करते हैं। दीपक ने बताया कि पार्क को चहारदीवारी से घेरना बहुत जरूरी है। ऐसा नहीं होने से लड़के पीछे से घूस जाते हैं। इसके अलावा घरों से निकलने वाली गंदगी भी पार्क में ही आ जाती है। इससे बदबू फैलती है।