- रांची में शुरू हुआ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 63वां राष्ट्रीय अधिवेशन, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा - युवाओं से की अपील, अंधी दौड़ से बचें, बिना पतवार के नाव नहीं बनना ranchi@inext.co.in RANCHI (30 Nov) : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने शिक्षा नीति में बदलाव को लेकर जो सिफारिशें की हैं, उन्हें केंद्रीय शिक्षा नीति में शामिल किया जाएगा। गुरुवार को यह घोषणा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अभाविप के म्फ्वें राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में की। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थी परिषद के छात्रों का योगदान सराहनीय रहा है। एबीवीपी ने शिक्षा नीति में बदलाव को लेकर लगातार सेमिनार किए हैं और तय है कि केंद्रीय शिक्षा नीति में विद्यार्थी परिषद की अनुशंसाएं शामिल होंगी। परिषद से जुड़े छात्रों की हौसला अफजाई करते हुए उन्होंने कहा कि आप भले जिस कारण से भी विद्यार्थी परिषद में शामिल हुए हों, आप सबसे सही जगह पर हैं और यह संगठन सबसे वैज्ञानिक तरीके से काम करता है। अभाविप ही सबसे बड़ा संगठन नड्डा ने कहा कि लोग संगठनों में तीन कारणों से शामिल होते हैं। पहला अपनी पसंद से, दूसरा संयोगवश और तीसरा दुर्घटनावश। आप इनमें से जिस कारण से भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हुए हों, आप यह मान लीजिए आप सबसे बेहतर स्थान पर हैं। हम जो यहां नारे लगाते हैं वह हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है और फिर संस्कारों में शामिल है। उन्होंने वर्ष क्98भ् की चर्चा करते हुए कहा कि जब पूरा विश्व अंतरराष्ट्रीय यूथ दिवस मना रहा था और सभी संगठन अपने चरम पर थे, हमने साबित कर दिया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ही सबसे बड़ा संगठन है। वामपंथी दलों ने रूस में सम्मेलन किया जहां पांच हजार डेलीगेट पहुंचे वहीं लाल किले के पीछे परिषद ने जो कार्यक्रम किया उसमें क्0क्क्7 प्रतिनिधि शामिल हुए। वामपंथी संगठन और राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के संगठन परिषद के सामने कहीं नहीं टिके। अंधी दौड़ से युवा बचें युवाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि समाज में एक ट्रेंड रहा है कि जिधर समाज का रुख रहा, युवा उधर ही चलने लगे। कभी डॉक्टर बनने, कभी मैनेजमेंट तो कभी इंजीनिय¨रग की ओर रुख रहा। लेकिन, अब समय बदल रहा है। अंधी दौड़ से युवा बचें और अपनी दशा-दिशा तय करें। आज ख्भ्-ख्म् वर्ष के युवाओं को यह पता नहीं है कि उन्हें आगे क्या करना है और यही सबसे विकट स्थिति है। युवाओं को बिना पतवार के नाव नहीं बनना चाहिए। अपने अंदर की ताकत को पहचानें और पूरी ताकत से मां भारती की सेवा में जुट जाएं। दिल में हिन्दुस्तान होना चाहिए अधिवेशन के विशिष्ट अतिथि और अंतरराष्ट्रीय ख्याति के पहलवान योगेश्वर दत्त ने कहा कि अधिवेशन में इतने युवाओं को एक साथ देखकर खुशी हो रही है। जब इतने युवा साथ हों तो खुशी अपने आप आती है। उन्होंने कहा कि आपके दिल में हिन्दुस्तान होना चाहिए। हमने इस मिटटी में जन्म लिया है और प्राण देकर भी इसका कर्ज नहीं उतार सकते। जो लोग राष्ट्रगान के लिए भ्ख् सेकेंड खड़े नहीं हो सकते वे क्या कर सकते हैं। देश से बड़ा कोई नहीं है, चाहे वह खिलाड़ी हो या नेता। बाक्स ब्भ् लाख लोगों तक सस्ती दवाएं पहुंची जेपी नड्डा ने कहा कि डायरिया से क्0 लाख बच्चे प्रभावित होते थे और निमोनिया से क्फ् लाख जिनमें से दो लाख की मौत भी हो जाती थी। सरकार ने इन बीमारियों को रोकने के लिए टीकाकरण की शुरुआत की है और इसमें युवा ही सरकार की मदद कर सकते हैं। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान सस्ती दवाओं के लिए सरकार के प्रयासों की भी चर्चा की और बताया कि जन औषधि केंद्रों से ब्भ् लाख लोगों तक दवा पहुंची है। जिन दवाओं के लिए ब्00 करोड़ देने पड़ते वे महज क्8म् करोड़ में उपलब्ध हो गए। सरकार मुफ्त डायग्नोस्टिक जांच और स्वास्थ्य की कई अन्य योजनाओं पर भी काम कर रही है। -------------