RANCHI:झारखंड के लिए साल 2014 गौरवशाली रहा। जहां कई खिलाडि़यों ने राज्य का देश-विदेश में बढ़ाया। वहीं, कई अन्य क्षेत्रों में भी झारखंड चर्चित रहा।

26 मई 2014 को जब देश के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने शपथ ली, तो इस ऐतिहासिक मौके पर देश और दुनिया भर की निगाहें टिकी थीं। राष्ट्रपति भवन में आयोजित यह प्रोग्राम अपने आप में अनोखा था। जहां झारखंड से 14 में से 12 सीटें बीजेपी को देने वाले इस राज्य से इकलौता लोहरदगा के सांसद सुदर्शन भगत को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री की शपथ दिलाई गई थी। गुमला जिले के डुमरी ब्लॉक के टांगरडीह गांव के शिक्षक पिता स्व। कलसई भगत और मन्ना देवी के घर 20 अक्टूबर, 1969 को पैदा हुए सुदर्शन भगत सबसे बड़े बेटे हैं। भगत कई मामले में विलक्षण रहे हैं। बचपन से ही इनमें समाज और देश के लिए कुछ करने का जुनून था। शिक्षक माता-पिता इन्हें आईएएस बनाना चाहते थे। लेकिन, सुदर्शन भगत स्कूल लाइफ में ही आरएसएस के संपर्क में आ गए। गांव में स्कूल से प्राइमरी शिक्षा पूरी करने के बाद गुमला के कार्तिक उरांव कॉलेज से दर्शन शास्त्र में बीए ऑनर्स करते हुए एबीवीपी के सक्रिय कार्यकता बन गए। इसके बाद कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद बीजेपी के लिए काम करने लगे। साल 2000 में झारखंड बनने से पहले संयुक्त बिहार में पहली बार विधायक बने। झारखंड जब अलग राज्य बना, तो सुदर्शन भगत शिक्षा राज्य मंत्री बनाए गए। बाबूलाल मरांडी के बाद जब अर्जुन मुण्डा मुख्यमंत्री बने, तो मुख्यमंत्री सचिवालय के राज्यमंत्री बनाए गए। इसके बाद यह झारखंड सरकार में कैबिनेट रैंक के कल्याण मंत्री बनाए गए।

पुरबिया तान को लेकर चर्चित रहीं चंदन तिवारी

भोजपुरी संगीत में भी साल 2014 में एक नए सितारे की धूम मची रही। पुरबिया तान नामक संगीत श्रृंखला और अभियान से दुनियाभर में चर्चित लोकगायिका चंदन तिवारी के भोजपुरी गाने इंटरनेट पर धूम मचाए हुए हैं। चंदन तिवारी ने पुरबिया संगीत के बेताज बादशाह महेन्द्र मिश्र के चुनिंदा गीतों का अलबम पुरबिया तान नाम से लोक गायन की ठेठ शैली में जारी किया। इसके बाद चंदन तिवारी के गाने इंटरनेट पर वायरल हो गए थे। चंदन के गाए गानों को महज दो दिन में 38 हजार लोगों ने ऑन लाइन सुना था। यह अपने आप में एक रिकार्ड है। झारखंड के स्टील सिटी बोकारों में पली-बढ़ी चंदन तिवारी संगीत की प्रारंभिक शिक्षा अपनी मां रेखा तिवारी से ली है। इसके बाद प्रयागराज संगीत समिति इलाहाबाद से शास्त्रीय संगीत की विधिवत शिक्षा ली है। टीवी के कई रियलिटी म्यूजिक शो में भी चंदन अपना जलवा दिखा चुकी हैं। भोजपुरी संगीत के जानकार चंदन तिवारी में अगली शारदा सिन्हा को देख रहे हैं।

झारखंड के श्रीराम डाल्टन को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार

झारखंड के मेदिनीनगर निवासी कलाकार श्रीराम डाल्टन ने भी साल 2014 में राज्य का नाम रौशन किया। वह 61वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में राष्ट्रीय फलक पर छाए रहे। उनकी फिल्म द लास्ट बहुरूपिया को गैर फीचर फिल्म की कैटेगरी में नेशनल अवॉर्ड मिला। फिल्म को वेस्ट आर्ट कल्चरल की श्रेणी में यह पुरस्कार दिया गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों पुरस्कार लेकर उन्होंने कला और फिल्म के क्षेत्र में झारखंड का मान बढ़ाया। इस फिल्म में संदेश दिया गया था कि बहुरूपिया दूसरे लोगों को पल भर की खुशी देने में अपना गम किस कदर भूल जाता है।

चर्चा में रहीं करमी उराईन

रांची जिले से सटे रातू प्रखंड का मखमंद्रो गांव 2014 में करमी उराईन के कारण चर्चा में रहा। जिनकी चर्चा राज्य से बाहर भी खूब हुई। जब देश में हर घर में शौचालय निर्माण को लेकर केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक अवेरयनेस ड्राइव चला रही थी। उसी समय करमी उराईन घर में शौचालय बनाने के लिए पति कोघर छोड़ने की धमकी दे डालीं। इसके बाद शौचालय बनाने के लिए रातू के प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र लिखा और उनका शौचालय भी बन गया।

इसके बाद करमी उराईन के जुनून की चर्चा हर जगह होने लगी। दूसरे घरों में बर्तन साफ करने का काम करने वाली करमी को शौचालय नहीं रहने से परेशानी होती थी, उसने अपने पति जो मजदूरी करते हैं को शौचालय बनवाने को कहा। बाद में करमी ने ससुराल छोड़ने की धमकी तक दे दीं। इसके बाद रातू बीडीओ द्वारा करमी के लिए शौचालय बनवाया गया।