रांची(ब्यूरो)। सिटी में चल रहे इल्लीगल बॉटलिंग प्लांट पर कार्रवाई शुरू हो गई है। अभियान चलाकर ऐसे बॉटलिंग प्लांट के ओनर्स को चिन्हित किया जा रहा है। इसी क्रम में बॉटलिंग प्लांट के 23 संचालकों को नगर निगम नोटिस पकड़ा दिया है। ये इल्लीगल रूप से प्लांट चला रहे हैं। इनकी पूरी जांच-पड़ताल कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे अवैध रूप से चल रहे बॉटलिंग प्लांट को सील करने की भी तैयारी है। नगर निगम इसकी तैयारी में जुट गया है। बता दें कि अब तक इन प्लांट पर किसी प्रकार का कोई एक्शन नहीं हो रहा था। नतीजन, बिना किसी लाइसेंस और परमिशन के रांची में हजारों प्लांट बेखौफ चलने लगे हैं। 800-1000 फीट बोरिंग करके अंडरग्राउंड वाटर का धड़ल्ले से दोहन किया जा रहा है। इस कारण सिटी में वाटर लेवल पाताल में चला गया है। अब ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

गली-गली टीम करेगी जांच

इल्लीगल रूप से पानी का कारोबार करने वालों पर कार्रवाई के लिए नगर निगम सप्लाई मॉनिटरिंग टीम का गठन करेगा। इसके सदस्य गली-मुहल्ले में घूमकर प्लांटों की जांच करेंगे। किस प्लांट ने निगम से एनओसी लिया है और किसने नहीं, इसकी पड़ताल की जाएगी। जिनके पास एनओसी नहीं होगा, उन पर कार्रवाई होगी और प्लांट को सील किया जाएगा। इसके अलावा टीम के सदस्य सप्लाई वाटर कनेक्शन की भी जांच करेंगे। अवैध कनेक्शन लेने वालों से जुर्माना भी वसूला जाएगा।

बोतलबंद पानी का धंधा

राजधानी रांची में बोतलबंद पानी का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। हर दिन हजारों लीटर बोतलबंद और जार वाला पानी की सप्लाई लोगों के घरों, दुकान और ऑफिस में हो रही है। वहीं पानी की सप्लाई के लिए शहर में न जाने कितने बॉटलिंग प्लांट और जार वाटर के आउटलेट खुल गए हैं, जो पानी निकालने के लिए धरती का सीना छलनी कर रहे हैं। इससे वे अपनी बंपर कमाई कर रहे हैं, लेकिन ग्राउंड वाटर लेवल तेजी से नीचे जा रहा है। इससे आम लोगों के लिए पानी की समस्या बढ़ती जा रही है, जिन-जिन इलाकों में बॉटलिंग प्लांट है उसके आस-पास पानी की समस्या बढ़ गई है। गर्मी के मौसम में यह समस्या विकराल रूप ले लेती है।

जार पर निर्भर बड़ी आबादी

रांची की बड़ी आबादी वाटर लेवल नीचे जाने व सप्लाई पानी में गंदगी के कारण बोतल बंद पानी और जार वाटर पर आश्रित हो गई है। लोगों की अधिक डिमांड को देखते हुए अब शहर के हर गली और मोहल्ले में जार वाटर की दुकानें खुल गई हैं। बिना किसी गाइडलाइन के संचालित इन दुकानों में कहीं पर 10 रुपए में 20 लीटर तो कहीं पर 30 रुपए में 20 लीटर पानी मिल रहा है। वहीं, बोतल बंद पानी का कारोबार भी जोरों पर है। कारोबारी सूत्रों के अनुसार, राजधानी रांची में 25 हजार लीटर रोज बोतल बंद पानी की खपत है। ऐसे में 20 रुपए प्रति लीटर कीमत के हिसाब से एक दिन में पांच लाख रुपए के बोतल बंद पानी का कारोबार रांची में हो रहा है।

पाताल में वाटर लेवल

गली-मोहल्ले में अवैध रूप से जार वाटर कंपनियां खोल दी जा रही हैं। इस कारण राजधानी रांची का जलस्तर दिन-प्रतिदिन पाताल में पहुंच रहा है। इन प्लांटों को चलाने के लिए जार वाटर प्रतिष्ठान संचालक और कंपनियों द्वारा तीन से चार बोरिंग कराई जाती है। फिर इसके माध्यम से रात-दिन पानी निकाला जाता है। अत्यधिक पानी निकालने से कई जगहों पर आसपास के घरों की बोरिंग सूख जा रही है या फिर उसमें पानी कभी-कभी आ रहा है। लेकिन कोई स्पष्ट नियमावली नहीं होने से ऐसे प्लांटों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है।

नहीं है कोई कायदा-कानून

जार वाटर के प्लांटों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए साल 2017 में रांची नगर निगम ने एक प्रस्ताव तैयार कर नगर विकास विभाग को भेजा था, जिसमें यह सुझाव दिया गया था कि ऐसे वाटर प्लांटों में वाटर मीटर लगाया जाये, ताकि यह पता चल सके कि वह कितना पानी का दोहन करते हैं। इसके अलावा यहां जल संरक्षण के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग हो। वाटर प्लांट घनी आबादी के बीच नहीं हो, इसका भी सुझाव दिया गया था। लेकिन प्रस्ताव अब तक ठंडे बस्ते में है, जिसका नतीजा सबके सामने है। शहर में धड़ल्ले से ऐसे वाटर प्लांटों का संचालन हो रहा है। रोज लाखों लीटर पानी का उपभोग करनेवाले ऐसे प्रतिष्ठान लाइसेंस के नाम पर केवल नगर निगम से ट्रेड लाइसेंस ही लेते हैं। इसके अलावा हर दिन धरती हजारों लीटर पानी का दोहन करते हैं।

इन्हें दिया गया नोटिस

करण उरांव -जयप्रकाश नगर

बाबा जल-पहाड़ी टोला

अमित वर्मा-न्यू मधुकम

सुभी सिन्हा-न्यू मधुकम

रामजी शाह-साईं विहार कॉलोनी

संगीता देवी -न्यू मधुकम

मधु शुद्ध जल-न्यू मधुकम

कृष्णा स्टोर -न्यू मधुकम

राहुल कुमार-जयप्रकाश नगर

गंगाजल धारा केंद्र-डॉ एसएन यादव गली

मधुपुष्प पेय जल-अन्नपूर्णा चौक

संजू शुद्ध जल-लोअर वद्र्धवान कंपाउंड

शिवगंगा धारा - लोअर वद्र्धवान कंपाउंड

संतोष झा - रामप्यारी हॉस्पिटल के समीप

मनीष जल - मंडा बगीचा

मुंडा आरओ फिल्टर - हरिहर सिंह रोड

अस्मित आरओ फिल्टर - कुसुम विहार

आरव आरओ वाटर - दिव्य पथ मोरहाबादी

बृजनंदन सिन्हा - करमटोली चौक

विष्णु - करमटोली चौक