रांची (ब्यूरो) । एदार-ए-शरीया झारखंड के तत्वावधान में खानकाह मुनअमीया मजहरिया में अलकमा शिबली की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसका संचालन मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने किया। बैठक में केंद्रीय एदार-ए-शरीया के निर्देश के बाद निर्णय लिया गया कि मुस्लिम समुदाय के 'वलंत मुद्दों पर आधारित गत 13 दिसंबर 2022 से बिहार, झारखंड, बंगाल, ओडिशा के प्रत्येक जिले में चरणवार जागरुकता अभियान सह समाज सुधारक अधिवेशन हो रहा है, जिसे रमजानुल मुबारक के मद्देनजर एक महीने के लिए रोक दिया गया था। तहरीक का तीसरा चरण सफलतापूर्वक सम्पन्न हो चुका है और अब चौथा चरण मई 2023 के अंतिम सप्ताह में गढ़वा जिला से प्रारम्भ होगा। पूर्व सांसद केंद्रीय एदार-ए-शरीया के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना गुलाम रसूल बलयावी के नेतृत्व में चारों रा'यों में अधिवेशन हो रहे हैं।

तैयारियां हुईं शुरू

बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार एदार-ए-शरीया के चौथे चरण में गढ़वा, डालटनगंज, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, रामगढ़, फुसरो, बेरमो और गिरिडीह में अधिवेशन होगा। इस अधिवेशन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं, जिसमें देश के सर्वो'च धार्मिक विद्वान, पीर, उलेमा, शायर और स्कॉलर भाग लेंगे।

इनकी रही मौजूदगी

बैठक में सुन्नी बरेलवी सेंट्रल कमेटी के अध्यक्ष मौलाना डॉक्टर ताजुद्दीन, सचिव अकीलुर रहमान, मौलाना फारुक मिस्बाही, मौलाना आफताब जिया, मौलाना आबिद रजा, मो मौलाना डॉक्टर गुलाम हैदर अली, मौलाना वारिस जमाल, मौलाना दिलदार मिस्बाही, मौलाना अवैस रजा फसीही, प्रोफेसर इरशाद अहमद खान, हाजी सईद कौसर आदी उपस्थित थे।