रांची (ब्यूरो)। देश के अलग-अलग शहरों में रह रहे लोगों को रांची की सब्जियां खूब पसंद हैं। इसके लिए बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर कृषि कार्गो की शुरुआत की गई, लेकिन रांची से दूसरे शहरों में एयर कार्गो से सब्जियां नहीं जा रही हैं। रांची एयरपोर्ट से 80 टन सब्जियां भेजने की क्षमता होने के बावजूद सिर्फ 20 टन ही कृषि उत्पाद की आपूर्ति की जा रही है। रांची से हर दिन 25 से 27 विमान अलग-अलग शहरों के लिए उड़ान भरते हैं।

एयरपोर्ट तक समान नहीं पहुंचता

कार्गो अधिकारियों के अनुसार किसानों से एयरपोर्ट के कार्गो तक कृषि उत्पाद को पहुंचाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। ऐसे में कार्गो तक काफी कम सब्जी पहुंच रही हैं। सब्जियों को किसानों से लाने और सब्जियों को रखने के लिए वेयर हाउस भी उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण कार्गो तक सब्जियां कम पहुंच रही हैं।

एयर कार्गो से कम जा रहा है माल

बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से पिछले पांच वर्षों में कार्गों सेवा में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन अब भी 80 प्रतिशत जगह खाली ही रहती है। कार्गो के अधिकारी ने बताया कि रांची से विभिन्न शहरों के लिए 27 फ्लाइट प्रतिदिन आना-जाना करती हैं। इनमें फिलवक्त महज 20 से 30 प्रतिशत ही माल ढुलाई हो रही है। जागरूकता नहीं होने के कारण शेष 80 प्रतिशत खाली रहती है। गौरतलब है कि बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से एयर इंडिया, इंडिगो, गो एयरवेज, एयर एशिया और विस्तारा एयरवेज की विमान विभिन्न शहरों के लिए उड़ान भरते हैं। वहीं, रांची से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, पटना, के लिए सीधी विमान सेवाएं हैं। एक हवाई जगह में औसतन तीन से चार टन सामान भेजा जा सकता है।

एयरपोर्ट प्रबंधन देता है सुविधा

बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि कार्गो सेवा की सुविधा की मार्केटिंग एयर लाइंस को करना है। पिछले पांच वर्षों में कार्गों सेवा में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जागरूकता बढऩे से कार्गो सेवा में और बढ़ोतरी होगी।

रांची की सब्जियों की है डिमांड

रांची की सब्जियों की डिमांड देश के बड़े शहरों में है। झारखंड की सब्जियां बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद, नई दिल्ली जैसे शहरों में जा रही हंै। रांची की फ्रेंचबीन और मटर की मांग सबसे अधिक है। पिछले वर्ष से राज्य से भेजी गई गाजर की मांग भी बढ़ रही है। झारखंड में फूल गोभी, पत्ता गोभी, मिर्च, शिमला मिर्च की डिमांड भी खूब बहुत है लेकिन यह लोगों तक नहीं पहुंच रही है।