रांची (ब्यूरो): यदि आपको पैसे की जरूरत है और आप लोन की तलाश में हैं तो जरा ठहरिए। इंटरनेट पर उपलब्ध किसी भी इंस्टेंट लोन ऐप के माध्यम से लोन लेने की इच्छा न जाहिर करें। अन्यथा बिना लोन लिए ही आप कर्जदार बन सकते हैं। जी हां, एक बार फिर इंस्टेंट लोन ऐप की मदद से ठग आम लोगों को निशाना बना रहे हैं। रांची समेत राज्य के अलग-अलग जिलों से ऐसी खबरें लगातार आ रही हैं, जिसमें इंस्टेंट लोन ऐप द्वारा लोगों को ठगा गया है। यह ऐप न सिर्फ पब्लिक बल्कि पुलिस और साइबर सेल के लिए भी चुनौती बना हुआ है। ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए रांची पुलिस ने भी इस दिशा में अलर्ट जारी किया है।

झांसे में टीनएजर्स

हाल के दिनों में रांची में इंस्टेंट लोन ऐप के माध्यम से कई लोगों के साथ ठगी का मामला सामने आया है। इस लोन ऐप के सबसे ज्यादा शिकार टीनएजर्स बन रहे हैं। लेकिन, अब इस मामले में जो बड़ा खुलासा हुआ है, उसके तहत साइबर अपराधी अब इस ऐप से लोन लेने वालों के करीबियों को भी टारगेट कर रहे हैं। लोन वाले व्यक्ति के करीबियों को ब्लैकमेल किया जा रहा है। इंस्टेंट लोन ऐप के जरिए कुछ लोगों को छोटी-मोटी रकम भी उपलब्ध कराई गई है, ताकि लोगों का भरोसा इस तरह के ऐप पर बन जाए। लेकिन दूसरी ओर इस तरह के ऐप डाउनलोड करने के साथ ही ब्लैकमेलिंग का धंधा भी शुरू हो जाता है, जिससे लोन लेने वाले लोग फंस जाते हैं।

ऐसे चल रहा है खेल

मोबाइल फोन पर इंटरनेट यूज करते वक्त इंस्टेंट लोन से जुड़े कई ऐप के विज्ञापन स्क्रीन पर दिखाई देते हैं। वहीं लोन के बारे में सर्च करने वाले व्यक्तियों के फोन में बार-बार इस तरह के संदेश भी आते हैं। ऐप में बिना किसी डॉक्यूमेंटेशन के इंस्टेंट लोन ऑफर किया जाता है। लेकिन, लोन लेने के कुछ समय बाद ही रिकवरी के कॉल आने लगते हैं, जिसमें यूजर पर लोन ली गई राशि से कई गुना अधिक रकम चुकाने का दबाव बनाया जाता है। ऐसा करने से मना करने पर साइबर क्रिमिनल यूजर के स्मार्टफोन कांटैक्ट और फोटो को गलत तरीके से इस्तेमाल कर प्रताडि़त करना शुरू कर देते हैं। लोन लेने वालों के परिचितों को भी ब्लैकमेल किया जाता है।

हाई इंटरेस्ट रेट

इंस्टेंट लोन ऐप से काफी ज्यादा इंटरेस्ट रेट पर लोन दिया जाता है। चार हजार रुपए के लोन लेने पर करीब 20 हजार रुपए तक इंटरेस्ट लिया जाता है। एक बार लोन लेने के लिए प्रॉसेस होने के बाद सात दिनों के लिए 3000 से 5000 रुपए लोन का ऑफर आता है। आप जैसे ही आगे बढ़ेंगे तो प्रॉसेसिंग फीस और अन्य चार्ज के नाम पर ये करीब 500 से 600 रुपए काट लेते हैं। 7 दिन बाद इंटरेस्ट समेत पूरी रकम का भुगतान करना होता है। बीते कुछ महीनों में एक बार फिर इस तरह के लोन की भरमार हो गई है। ये ऐप्स यूजर्स को कुछ ही मिनटों में लोन उपलब्ध कराते हैं। लेकिन कुछ देर बाद ही वसूली के लिए लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया जाता है। गूगल की ओर ऐसे ऐप पर पाबंदी लगाई गई थी। लेकिन इसका कोई असर ऐप बनाने वाले पर नहीं पड़ा है। फ्रॉड का यह खेल आज भी जारी है।

इन बातों का रखें ध्यान

--कोशिश करें कि आपको ऐप से लोन लेने की जरूरत न पड़े, क्योंकि अधिकतर ऐप की रिकवरी प्रॉसेस काफी खराब है।

-- अगर लोन लेना जरूरी है तो उस ऐप को लेकर चेक करें कि वह कंपनी आरबीआई से वित्तीय लेनदेन के लिए मान्य है या नहीं।

-- लोन लेने से पहले ऐप और संबंधित कंपनी की सारी जानकारी जुटा लें।

-- प्ले स्टोर से ऐप डाउनलोड करते वक्त उसका रिव्यू जरूर पढ़ें। दूसरे फंसे हुए यूजर्स का रिव्यू पढक़र आप सेफ रह सकते हैं।

-- किसी भी ऐप को अपने मैसेज सीन, कॉन्टैक्ट एक्सेस और मीडिया का एक्सेस न दें।

इस तरह के ऐप में लोन का इंटरेस्ट काफी अधिक होता है। ये लोग लोन लेने वाले और उनके परिचितों को टारगेट करते हैं। ऐसे ऐप से सतर्क रहें, किसी भी ऐप को इंस्टाल करते समय एहतियात जरूर बरतें।

- यशोधरा, डीएसपी, साइबर सेल