रांची/रातू: रातू थाना क्षेत्र के कमड़े स्थित अमोनिया रिफि¨लग प्लांट में बुधवार को बड़े टैंकर से छोटे टैंकर में गैस रिफि¨लग के दौरान रिसाव हो गया। घटना दिन के 2:45 बजे की है। गैस रिसाव के बाद आसपास धुआं उठने लगा। आंख में जलन और दम घुटने के कारण अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। प्लांट में काम करने वाले कर्मी वहां से भाग खड़े हुये। इसकी सूचना रातू थाना को दी गई। अमोनिया के रिसाव की खबर सुनते ही एहतियातन कमड़े से रातू की ओर जाने वाली सड़क और ¨रगरोड से रातू की ओर आने वाली सड़क पर आवाजाही रोक दी गई। रातू थाना पुलिस ने बिना समय गंवाये एनडीआरएफ टीम को मौके पर बुलाया। एनडीआरएफ टीम की उपस्थिति में तकनीशियन ने पाइपलाइन के रिसाव को ठीक किया। हालांकि, कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। लेकिन प्लांट एवं आसपास लगे पेड़-पौधे रिसाव से झुलस गये।

पूरा एरिया धुआं-धुआं

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गैस का रिसाव इतना तेज था कि आसपास के क्षेत्र धुआं-धुआं हो गए। एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर सरोज कुमार के नेतृत्व में जवानों ने पूरे प्लांट को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू किया। दरअसल, रिफि¨लग के दौरान एक टैंकर का वॉल्व लीक कर गया। हालांकि, समय रहते तकनीशियन ने वॉल्व को ठीक कर लिया। शाम छह बजे तक एनडीआरएफ की टीम मौके पर मुस्तैद रही। जानकारी के अनुसार प्लांट के संचालक ओम प्रकाश भार्गव व सतीश चंद्र भार्गव हैं। पिछले 40 सालों से प्लांट चल रहा है। प्लांट का देखरेख अकाउंटेंट एम के शर्मा के जिम्मे है।

आक्रोशित हुए स्थानीय लोग

गैस रिसाव से स्थानीय लोग आक्रोशित हो गये। काफी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर जुट गये। रिहायशी इलाके से प्लांट हटाने को लेकर महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं का कहना था कि आये दिन जहरीली गैस का रिसाव होते रहता है। इससे आमजन के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। खासकर बच्चों को सांस की बीमारी हो रही है। प्लांट कहीं और शिफ्ट किया जाये। हालांकि प्रशासन के समझाने बुझाने के बाद स्थानीय लोग शांत हुए।

जानमाल का हो सकता था नुकसान

जिस समय गैस का रिसाव शुरू हुआ बारिश हो रही थी। इस कारण गैस दूर तक नहीं फैल सकी। एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर सरोज कुमार के अनुसार बारिश नहीं हो रही होती तो गैस से ज्यादा नुकसान हो सकता था। अमोनिया गैस काफी खतरनाक है। इससे जान भी जा सकती है।

प्लांट हटाने के लिए दिया जाएगा नोटिस: सीओ

गैस रिसाव की सूचना मिलते ही रातू अंचालाधिकारी प्रदीप कुमार भी मौके पर पहुंचे। आक्रोशित ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए कहा कि रिहायशी इलाके से प्लांट हटाने के लेकर संचालक को नोटिस भेजा जायेगा। ऐसी जगह पर प्लांट हो जहां आसपास कोई आबादी न हो।