भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी ने बढ़ाया शहर का गौरव

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RANCHI (14 ष्ठद्गष्) : यूनाइटेड नेशन में वैसे तो भारतीय अधिकारियों का संबोधन आम बात है, लेकिन 12 दिसंबर को यूएन की 71वीं जेनरल एसेंबली में इंटरनेशनल एटोमिक एनर्जी एजेंसी (आइएईए) रिपोर्ट पर भारत का पक्ष रखते हुए एक अधिकारी ने रांची को गौरव का एहसास करा दिया। आइएईए इस वर्ष अपनी 60वीं एनिवर्सरी मना रहा है। इस अवसर पर परमाणु ऊर्जा को लेकर विभिन्न देशों की ओर से विजन डॉक्यूमेंट पेश किया जा रहा है। इस बार यह गौरव हासिल हुआ यूएन में भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी अंजनी कुमार को। अंजनी रांची की बरियातू हाउसिंग कॉलोनी के रहनेवाले हैं। वे सिटी के बिशप वेस्टकॉट और संत अंथोनी स्कूल से पढ़े। इसके बाद संत जेवियर कॉलेज और रांची यूनिवर्सिटी से भी पढ़ाई की। 2003 में आइएफएस में उनका चयन हुआ।

आइएईए के प्रकाशन को सराहा

अंजनी ने यूएन में एटोमिक एनर्जी पर भारत का पक्ष रखते हुए कहा कि ऊर्जा की बढ़ती मांग को देखते हुए भारत न्यूक्लियर एनर्जी को एक महत्वपूर्ण विकल्प के रूप में देखता है। साथ ही क्लाइमेट चेंज और एनर्जी सप्लाई के दौरान सुरक्षा को लेकर भी भारत चिंतित है। उन्होंने आइएईए के प्रकाशन 'क्लाइमेट चेंज एंड न्यूक्लियर पावर-2015' की सराहना करते हुए कहा कि भारत सुरक्षित तरीके से परमाणु ऊर्जा के इस्तेमाल को लेकर सजग है।

परमाणु सुरक्षा पर देश के नजरिया रखा

भारत समय-समय पर एजेंसी द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यो में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करता आया है। अंजनी ने अपने संबोधन में इस बात को कायदे से रेखांकित भी किया। उन्होंने खाद्य एवं कृषि, मानव स्वास्थ्य एवं पोषण, जल संसाधन प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण और उद्योग के क्षेत्र में आइएईए द्वारा न्यूक्लियर एप्लीकेशन के जरिए अर्जित की जा रही उपलब्धियों की भी सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि परमाणु सुरक्षा को लेकर एजेंसी की केंद्रीय भूमिका का भारत पूरी तरह समर्थन करता है।

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डॉक्युमेंट्री बनाने का भी है शौक

अंजनी न सिर्फ एक तेज-तर्रार आइएफएस अधिकारी हैं, बल्कि एक संवेदनशील इंसान भी हैं। वे कई ज्वलंत मुद्दों पर खुद डॉक्युमेंट्री का निर्माण करते हैं। उनका एक यू-ट्यूब चैनल भी है, जो खासा लोकप्रिय हो चुका है। खास बात यह है कि वे खुद वीडियो शूट करते हैं और उसकी स्क्रिप्टिंग भी खुद ही करते हैं। उनकी कोशिश यही रहती है कि हर वीडियो में आवाज भी उन्हीं की हो। दुनिया भर के कई देशों में ट्रैवलिंग करते हुए उन्हें जिस किसी भी सब्जेक्ट पर स्पार्क नजर आता है, उस पर रोचक जानकारियां शेयर करते हैं।