रांची (ब्यूरो)। अतिक्रमण वाला जीन एक बार फिर बाहर आ गया है। राहे-बगाहे बीच-बीच में यह जीन बाहर आता रहता है। अवैध निर्माण करने वालों को नोटिस भेजकर भय बनाया जाता है, लेकिन फिर सब कुछ शांत हो जाता है। कभी-कभार कार्रवाई के नाम पर अद्र्धनिर्मित मकान पर कार्रवाई हो जाती है। लेकिन अवैध निर्माण कर रह रहे लोगों के मकान पर बुल्डोजर नहीं चलता है। यही वजह नदी और डैम किनारे अब भी रहने वाले लोग चैन से रह रहे हैं। इधर, एक बार फिर अतिक्रमण हटाने को लेकर सुगबुगाहट तेज हुई है। हरमू, हिनू नदी और कांके डैम किनारे बने 90 अवैध मकानों पर बुल्डोजर चलने का खतरा मंडरा रहा है। जलस्रोतों के पास अतिक्रमण करके बने घरों पर बुल्डोजर चलेगा। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, हिनू, हरमू नदी और कांके डैम क्षेत्र में प्रतिबंधित क्षेत्र में बने ऐसे मकानों को चिन्हित किया गया है, जिन्हे तोड़ा जाएगा। इसके अलावा सौ अधिक भवन संचालकों पर यूसी केस दर्ज कर करने का निर्णय लिया गया है।

छठ पूजा बाद कार्रवाई होगी

जिला प्रशासन की मानें तो इस बार छठ पूजा के बाद अवैध निर्माण मकानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। दरअसल, हाईकोर्ट लगातार अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम और जिला प्रशासन को लताड़ता रहा है। कई बार कोर्ट ने नगर आयुक्त और उपायुक्त को फटकार भी लगा चुका है। लेकिन फिर भी अबतक कोई ठोस कार्रवाई अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ नहीं हो सका है। बहरहाल एक बार फिर से जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों ने इसे गंभीरतापूर्वक लेते हुए कार्रवाई शुरू करने की बात कही है। गौरतलब हो कि अतिक्रमण मामले में सो-मोटिव जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए नगर निगम और जिला प्रशासन को संयुक्त रूप से जलस्रोतों की मापी कराकर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया है। इसके बाद जिला प्रशासन और नगर निगम रेस हो गया है।

कांके डैम 42, हरमू 22 व हिनू नदी किनारे 45 भवन अवैध

कोर्ट से आदेश जारी होने के बाद डीसी राहुल कुमार ने नदी और डैम किनारे बने अवैध मकानों को चिन्हित करने के लिए दो टीमों का गठन किया था। टीम के सदस्यों द्वारा नदी-तालाबों की मापी कराई गई है। मापी में कांके डैम किनारे 42 भवनों को चिन्हित किया गया है। इसमें 19 भवनों पर पहले से ही यूसी केस चल रहा है। वहीं, हिनू नदी किनारे 45 और हरमू नदी किनारे 22 अवैध मकानों को टीम ने अवैध बताया है। सभी अवैध निर्माण को जल्द ही प्रशासन द्वारा तोडऩे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।

100 से अधिक बिल्डिंग ओनर्स से मांगा नक्शा

हरमू, हिनू नदी और कांके डैम के अलावा शहर के अन्य जलस्रोतों के आसपास भी नगर निगम सौ से अधिक मकानों को अवैध रूप से चिन्हित किया है। इन सभी बिल्डिंग ओनर्स को नगर निगम की ओर से नोटिस भेज कर नक्शे की मांग की गई है। नक्शे की जांच के बाद जिन भवनों का नक्शा निगम से स्वीकृत नहीं हो पाया गया, उनके खिलाफ भी अवैध निर्माण का केस दर्ज कर उनपर कार्रवाई की जाएगी।

इधर नहीं है ध्यान

हरमू, हिनू नदी के अलावा राजधानी में और भी जलाशय हैं जहां प्रशासन की नजर नहीं पहुंच रही है। क्योंकि कोर्ट की ओर से इन जलाशयों को अंडरमार्क नहीं किया गया है। जब तक कोर्ट की ओर से आदेश जारी नहीं होगा, जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी आंखे बंद किए रहेंगे। धुर्वा डैम, जुमार नदी, पोटपोदो नदी, डुगडुगिया नदी व अन्य जलाशयों के आसपास चुपके-चुपके बड़े पैमाने पर अतिक्रमण कर लिया गया है। लेकिन यहां कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। वहीं, अब तक हिनू, हरमू नदी, कांके डैम और बड़ा तालाब के किनारे से हटाए गए अतिक्रमण की भी अब तक कोई सूची तैयार नहीं की गई है।