रांची (ब्यूरो)। सभी वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना अनिवार्य है। यह सेंट्रल गवर्नमेंट का निर्णय है। लेकिन राजधानी रांची में इस आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट तो छोडि़ए हजारों गाडिय़ां ऐसी हैं जो बिना नंबर के ही सड़कों पर दौड़ रही हैं। इनमें ज्यादातर अवैध कामों में शामिल हैं। कोयला तस्करी, बालू, शराब, पशु समेत दूसरे प्रतिबंधित सामानों की तस्करी मेें ऐसे वाहनों का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। हाल के दिनों में ही रांची पुलिस ने करीब दस वाहन जब्त किए हैं, जो अवैध रूप से कोयला चोरी करने में इस्तेमाल किए जा रहे थे। इनमें किसी में भी हाई सिक्योरिटी तो बहुत दूर की बात नंबर प्लेट तक नहीं लगा था। पुलिस ने आठ बाइक और एक ट्रक जब्त किया है। किसी में भी नंबर प्लेट नहीं लगा है। अवैध काम से जुड़े लोग इस प्रकार की गाडिय़ों इस्तेमाल करते हैं। नंबर प्लेट खोल कर अवैध काम को अंजाम दिया जाता है, ताकि पुलिस इनकी पहचान नहीं कर सके।

बिना नंबर गाडिय़ों से अवैध काम

शहर में होने वाले अवैध कामों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वाहनों में ज्यादातर में नंबर प्लेट नहीं होते हैं। या फिर गलत नंबर लगा होता है। तस्करी से लेकर मर्डर और किडनैपिंग में भी बिना नंबर वाली गाडिय़ों का ही इस्तेमाल हो रहा है। रांची में हर दिन सुबह-सुबह सैकड़ों छोटे-बड़े वाहनों में बालू और कोयला पहुंचता है। इनमें बहुत कम गाड़ी होती है जिनमें नंबर प्लेट लगा होता है। कई तो ऐसी भी हैं जो गलत नंबर प्लेट लगा कर यह काम कर रहे हैं। कई बार सीनियर एसपी की ओर से ऐसे वाहनों को जब्त करने का आदेश दिया जा चुका है, लेकिन जब्त वाहनों की संख्या काफी कम है। कार्रवाई के बाद भी यह अवैध काम खुलेआम हो रहा है।

लग्जरी वाहनों से भी चोरी

अब तक ट्रक, पिकअप, वैन या बाइक से कोयला चोरी की जाती रही है। लेकिन अब लग्जरी गाडिय़ों से भी इस काम को अंजाम दिया जा रहा है। बाइक के सहारे हर दिन सैकड़ों क्विंटल कोयले की चोरी कर ली जाती है। बीते दिनों पकड़ी गईं पांच बाइक से करीब दस क्विंटल कोयला जब्त किया गया। जबकि कई गाडिय़ां पुलिस की पकड़ में आने से पहले ही निकल गईं। मारुती वैन की मदद से भी कोयला चोरी की जा रही है। इसके अलावा प्रतिबंधित सामानों की तस्करी में भी लग्जरी गाडिय़ों का प्रयोग किया जा रहा है।

बाजार में खपा रहे चोरी का कोयला

रामगढ़, हजारीबाग जिले के कोयला खदानों से कोयले की चोरी करके इसे दामोदर नदी से होते हुए पतरातू थाना क्षेत्र के महुआ टोला के आसपास लाकर जमा किया जाता है। फिर इन्हें मारुति वैन या बाइक से रांची जिले के बुढ़मू और पिठोरिया इलाकों में संचालित अवैध ईंट भट्ठों में भेजा जाता है। इसके अलावा रांची के बाजारों में भी इसकी सप्लाई की जाती है। वैसे कारोबार जिनमें कोयले का इस्तेमाल होता है, उन्हें अहले सुबह कोयले की बोरी पहुंचा दी जाती है। सबसे अहम बात यह है कि कोयले के अवैध काम में गाड़ी भी चोरी की ही इस्तेमाल की जा रही है। इसका खुलासा पहले भी कई बार हो चुका है। बीते महीने कोयला तस्करी मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से चोरी की बाइक बरामद की गई थी। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पांच हजार रुपए में किसी युवक से बाइक से खरीदी थी, उसी से कोयले की ढुलाई करते थे।

इसी महीने आठ बाइक, दो ट्रैक्टर और एक ट्रक जब्त किया गया है, जिनसे अवैध काम हो रहे थे। इनमें नंबर प्लेट भी नहीं लगा था। आगे भी कार्रवाई होती रहेगी।

-नौशाद आलम, रूरल एसपी सह सिटी एसपी प्रभार, रांची