RANCHI: शहर में इस बार ठीक होली के एक दिन पहले जहर के कारोबार पर अटैक किया गया है। मिलावटी खाद्य पदार्थ को लेकर फूड सेफ्टी आफिसर डॉ। एसएस कुल्लु के नेतृत्व में जिला प्रशासन ने रविवार की सुबह बड़ी कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में नकली पनीर बरामद किया। टीम ने बूटी मोड़ से 6 बसों में रखे गए 4102 किलो मिलावटी पनीर, 15 किलो मिलावटी घी बरामद किया जिसे बाजार मेंखपाने की तैयारी थी। बस से बरामद पनीर और घी की कीमत करीब 16 लाख होगी। यह कार्रवाई बिहार के बख्तियारपुर से रांची आने वाली 6 बसों में हुई है। गौरतलब है कि एक दिन बाद होली है और इस त्योहार में मिठाई और पनीर की डिमांड रहती है। इस होली के मौके पर पनीर के रूप में जहर बेचने की तैयारी थी लेकिन प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए यह रोक लिया।

राजधानी में नकली पनीर का कारोबार

राजधानी रांची में मिलावटी पनीर और खोआ की बड़े पैमाने पर आपूर्ति की जा रही है। ये पनीर बिहारशरीफ, बख्तियारपुर और आरा से हर दिन बसों से लाया जाता है। पनीर की आपूर्ति शहर की कई दुकानों में की जाती है। स्पंजी पनीर को दुकानों में धोकर बिक्री करने का धंधा वषरें से चल रहा है। नकली पनीर की खेप सुबह पांच बजे बिहारशरीफ, बख्तियारपुर और आरा से रांची पहुंच जाती है। शहर के कई चौक पर पनीर से लदी बसें रांची पहुंचती हैं और विभिन्न स्थानों पर उसका वितरण किया जाता है।

जहर के धंधे में कई कारोबारी शामिल

बताया जाता है कि ये जो नकली पनीर बाजार में बेचे जाते हैं, वो अन हाइजेनिक होते है। इस पनीर को पुराने टीनों में भरकर रांची लाया जाता है। इस नकली पनीर की खपत मुख्य रूप से छोटे-छोटे होटलों में होती है। क्योंकि इसकी कीमत ब्रांडेड पनीर की कीमत से आधी से भी कम होती है। बिहारशरीफ, बख्तियारपुर और आरा से प्रतिदिन सैकड़ों टन ऐसे नकली पनीर राजधानी में आते हैं। दूध पाउडर, मैदा, व्हाइट ग्रीस, डिटरजेंट, गोंद व यूरिया से बने इस जहर के धंधे में शहर के कई कारोबारी शामिल हैं।

ऐसे बनता है नकली पनीर

बिहार के बिहारशरीफ, बख्तियारपुर और आरा के कई घरों में पनीर बनाने की मशीन है। दूध के केन जैसी दिखने वाली इस बिजली चालित मशीन में एक बार में लगभग 40 किलो तक पनीर बनाया जा सकता है। मशीन में सबसे पहले पानी डाला जाता है, जो लगातार गर्म होता रहता है। फिर उसमें दूध पाउडर डाला जाता है। इसके बाद यूरिया, डिटर्जेट, व्हाइट ग्रीस, मैदा व गोंद मिलाकर मिश्रण को घुमाया जाता है। थोड़ी देर में मिश्रण फट जाता है। इसके बाद पानी निकालकर नकली पनीर को टिन में पैक कर रांची भेज दिया जाता है।

हर त्योहार के पहले अभियान, फिर पस्त

हर त्योहार के पहले जिला प्रशासन अभियान चलाकर मिलावटी खाद्य पदार्थो की धर पकड़ शुरू करता है। उसके बाद जैसे जैसे समय गुजरता है अभियान सुस्त पड़ता जाता है। शहर के कई नामी दुकानों से सैंपल जब्त किए गए हैं लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही अधिकारियों का तबादला हो जाता है।

विभाग द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। आज सूचना पर कार्रवाई करते हुए लाखों के पनीर जब्त किए गए हैं, जो जानलेवा हो सकते थे।

डॉ। एसएस कुल्लु, एएसओ, रांची

सभी बसें अलग-अलग ट्रांसपोर्टरों की पायी गयी हैं। चालकों को केवल डिलीवरी करने के स्थल के बारे में जानकारी थी, व्यक्ति के बारे में नहीं।

लोकेश मिश्रा, एसडीओ