- आप भी ही सकते हैं ठगी के शिकार

- साइबर फ्रॉड्स ने निकाला नया ट्रिक

- फर्जी एसएमएस और लिंक जेनरेट कर भेज रहे मोबाइल पर

साइबर अपराध की घटनाएं दिनों दिन बढ़ रही हैं। अपराधी फिशिंग के नए-नए तरीके अपना कर आपको ट्रैप में फंसाने का प्रयास करते हैं। कभी फोन कॉल के माध्यम से, कभी इंटरनेट कॉलिंग और सोशल मीडिया को हथियार बना कर ये लोग आपको ठगने में जुटे हैं। इन दिनों साइबर फ्रॉड एक नया तरीका अपनाया गया है। फ्रॉड्स किसी कंपनी का डुप्लीकेट बेवसाइट बना कर उसके माध्यम से मोबाइल फोन पर फर्जी एसएमएस या फर्जी लिंक सेंड कर रहे हैं। इस लिंक पर क्लिक करते ही आप फर्जी कंपनी के फर्जी बेवसाइट पर चले जाएंगे। जहां आपका पर्सनल डिटेल पूछा जाता है। उसे भरते ही आप अपनी जमा पूंजी खो सकते हैं। फर्जी बेवसाइट पर आपके बैंक अकाउंट से संबंधित डिटेल मांगे जाते हैं। कई बार लोग ऑनलाइन शॉपिंग में फंस जाते हैं। साइबर फ्राड किसी कुरियर कंपनी को अपना हथियार बनाते हैं। उसी के नाम से बेवसाइट बना कर आपसे सारा डिटेल ले लेते हैं।

लोगो का डेटा निकाल कर हो रही ठगी

साइबर फ्राड आम पब्लिक का डेटा निकाल लेते हैं। आज कई साइट ऐसे हैं, जो लोगों का डेटे ऐवेलेबल करा रहे हैं। बदले में इसका चार्ज वसूलते हैं। खास कर जिन्होंने ऑनलाइन शॉपिंग की, वैसे लोगों को ट्रैप में फंसाने का प्रयास करते हैं। साइबर डीएसपी सुमित कुमार ने बताया कि ऐसे भी मामले सामने आ रहे हैं, जिसमे लिंक पर क्लिक करते ही बैंक अकाउंट हैक हो रहा है। ऐसे लोग फर्जी एसएमएस, ईमेल लिंक भेज कर कस्टमर से डिटेल की डिमांड कर रहे हैैं। किसी भी तरह के लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए।

ऐसे हो रही है ठगी

यह मैसेज या लिंक देखने से किसी कुरियर कंपनी की तरह होती है। हैकर्स इन ईमेल में यूजर को उनके नाम से संबोधित करते हैं, ताकि यूजर को इस फर्जी ईमेल पर किसी तरह का शक न हो। फर्जी ईमेल या मैसेज में यूजर के नाम के साथ कुरियर का ट्रैकिंग कोड भी दिया जाता है। इससे यूजर अपने पार्सल की ट्रैकिंग और उसकी डिलीवरी का समय सहित अन्य इनर्फोमेशन भी देते हैं जिससे शिकार आसानी से उनके जाल में फंस जाए।

फर्जी लिंक से 20 हजार उड़ाए

फर्जी एसएमएस और ईमेल के माध्यम से रांची में भी धोखाधड़ी का मामला आना शुरू हो चुका है। चुटिया थाना के रहने वाले रामेश्वर गोप ने अमेजन से कम्प्यूटर ऐसेसरीज ऑर्डर किया था। उनके मोबाइल फोन पर एसएमएस पर लिंक भेजा गया, जिसमें क्लिक करते ही मोबाइल फोन पर एक पेज खुल गया। इसमें कई इंर्फोमेशन मांगा गया। रामेश्वर गोप के अनुसार वे सभी इंस्ट्रक्शन को फॉलो करते गए। अचानक बैंक अकाउंट से 20 हजार रुपए कटने का मैसेज आया। बैंक पहुंच कर तुरंत इसकी शिकायत की। इसके बाद उन्होंने लोकल थाने में भी शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस तैयार कर रही है खाका

साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए रांची पुलिस भी एक्टिव है। पुलिस साइबर अपराधियों पर लगातार नजर रख रही है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने कुछ दिनो पहले एक आदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने राज्य के सभी थानों की मदद से साइबर अपराधियों का डेटा तैयार करने का निर्देश दिया है। वैसे सभी अपराधी जो साइबर फ्रॉड में पकडे़ गए हैं, उनका पूरा ब्यौरा भी रखने को कहा गया है। इसके अलावा साइबर अपराधी जो जमानत पर बाहर हैं, उनपर नजर रखी जा रही है। बीते कुछ महीनों में एसएसपी के निर्देश पर कई बड़ी कार्रवाई भी हुई है, जिसमें 20 से ज्यादा साइबर अपराधियों को पकड़ा भी गया है। पुलिस विभाग के अनुसार झारखंड का जामताड़ा इलाका साइबर क्राइम के लिए जाना जाता है। यहां से सिर्फ झारखंड ही नहीं बल्कि राज्य से बाहर भी क्राइम को अंजाम दिया जा रहा है। इसके अलावा देवघर में भी साइबर अपराधी एक्टिव होने लगे हैं।

----

हमलोग लगातार पब्लिक को अवेयर करते रहते हैं। इस दिशा में पुलिस की ओर से कई गाईडलाइन भी जारी किये गये हैं। इस तरह के फर्जी लिंक और एसएमएस से लोगों को अलर्ट रहना चाहिए। इसके अलावा और भी कई तरह के साइबर क्राइम से भी लोगों को बचना चाहिए।

- सुमीत कुमार, डीएसपी, साइबर