रांची (ब्यूरो)। रांची के कई इलाके ड्राई जोन घोषित हो चुके हैैं। कई इलाकों में तो पानी के लिए हाहाकार की स्थिति है। सिर्फ नगर निगम से आने वाले टैंकर के भरोसे ही शहर के आधे लोग रह रहे है। टैंकर आते ही पानी के लिए मारामारी शुरू हो जाती है। गर्मी बढऩे के साथ ही राजधानी के कई मोहल्लों में जल संकट गहरा गया है। ग्राउंड वाटर लेवल पाताल में जाने के कारण अधिकतर घरों की बोरिंग फेल हो चुकी है। जहां नल से पानी नहीं पहुंचता, वहां के लोग पूरी तरह से नगर निगम के टैंकर पर ही आश्रित हो गए हैैं। इसे देखते हुए निगम ने बोरिंग कराने का फैसला लिया है। जिस स्थान पर बोरिंग होगी वहां पर पानी टंकी भी बनाया जाएगा। ताकि आसपास के लोग आसानी से पानी भर सकें। हालांकि, यह कितना सफल होता है, यह समय ही बताएगा।

इन वार्डो में होगी बोरिंग

नगर निगम क्षेत्र के वैसे इलाके जहां पानी की सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है, वहां पर बोरिंग होगी। यह फैसला चार महीने पहले लिया जाना चाहिए था। लेकिन, सिस्टम की उदासीनता का खामियाजा आम लोगों का भुगतना पड़ रहा है। नगर निगम की ओर से वार्ड संख्या नौ के बरियातू और जोड़ा तालाब, वार्ड 17 कर्बला चौक के समीप, वार्ड 21 के पुरानी रांची और बड़ा तालाब के समीप, वार्ड संख्या 25 के कडरू और हरमू, वार्ड 38 के धुर्वा, वार्ड 41 धुर्वा, वार्ड 42 के बिरसा चौक के आसपास, वार्ड 50 के एयरपोर्ट के आसपास का इलाका और वार्ड संख्या 52 के हटिया के आसपास बोरिंग होनी है। फिलहाल पानी की सबसे ज्यादा शिकायत इन्हीं इलाकों से हो रही है। हर दिन इन इलाकों में सुबह-शाम पानी सप्लाई करने के लिए वाटर टैंकर पहुंचते हैैं। इसके बावजूद यहां के लोगों की पानी की समस्या दूर नहीं हो रही है।

75 स्थानों पर टैंकर से पानी

नगर निगम की ओर से सिटी के अलग-अलग स्थानों पर पानी पहुंचाया जा रहा है। सुबह छह बजे से ही नगर निगम पानी वितरण का काम शुरू कर देता है। सुबह छह से ग्यारह बजे तक ही पानी का वितरण होता है। इन दिनों 75 लोकेशन पर पानी पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा भी जहां से डिमांड आती है, नगर निगम के कर्मचारी पानी लेकर पहुंच रहे हैैं। कर्मियों के पास टैंकर की भारी समस्या है। स्टोर में काम करने वाले एक चालक ने बताया कि नगर निगम के पास सिर्फ 30 टैंकर ही हैं। उसी से पूरे शहर में पानी की सप्लाई की जा रही है। टैंकर कम होने की वजह से कुछ इलाकों में पानी पहुंचने में देर हो जाती है। नगर निगम की ओर से यदि समय पर बोरिंग करा दी जाती, तो पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों को काफी हद तक राहत मिल पाती।