ओझा के इशारे पर हुआ सब कुछ

>RANCHI:मांडर हत्याकांड के पीछे विपिन की मौत मुख्य कारण है। साथ ही ओझा के इशारे पर पांच महिलाओं की निर्ममता से हत्या कर दी गई। गौरतलब हो कि मांडर के करंजी मरईटोली में बेरूनिका खलखो के क्8 साल का बेटा विपिन खलखो दो महीने से बीमार था। उसकी मौत पिछले रविवार को हो गई। विपिन की मौत के बाद ग्रामीण ओझा-गुणी के पास गए। ओझा ने गांव वालों को बताया कि गांव में पांच से आठ महिलाएं और एक पुरुष डायन है। आरोपियों के मुताबिक, ओझा ने उनलोगों के नाम भी बताए। विपिन की मौत के बाद जब उसका शव कब्रगाह में था, तो उनलोगों ने ओझा की बात मानकर रात में कब्रगाह पर नजर रखनी शुरू कर दी। इसी क्रम में लोगों को चार से पांच परछाई नजर आई, जो सभी कब्र के चारों ओर घूम-घूमकर नाच रही थी। यह घटना पिछले सोमवार की रात को हुई। मंगलवार को गांव में पंचायत बुलाकर मीटिंग की गई। इसमें कहा गया कि हो न हो, गांव की महिलाओं द्वारा लोगों के प्राण लिए जा रहे हैं। कई दिनों तक लगातार मीटिंग हुई। लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर क्या करें और क्या न करें। इधर, ओझा ने गांव के अन्य बच्चों की जान लेने की भी बात बताई थी। ग्रामीण डर गए और इन महिलाओं को अंतत: सबक सिखाने का फैसला कर लिया। ओझा ने सबसे पहले पल्हो उर्फ एतवरिया का नाम बताया। इसके बाद ग्रामीण एतवरिया को पकड़ कर धुमकुरिया के पास लाए। लोगों ने जब उसे पीटना शुरू किया तो एतवरिया ने बताया कि उनके साथ इस काम में गांव की अन्य महिलाएं भी हैं। इसके बाद शुक्रवार की रात क्क् से लेकर क्क्.फ्0 बजे तक सभी के घरों के दरवाजा खुलवाकर और तोड़कर महिलाओं को जबरन धुमकुरिया के पास लाया गया। वहां औरतों ने सभी को नंगा किया और फिर पत्थर, दाऊली, लाठी-डंडे से पीट-पीट कर मार डाला।