रांची (ब्यूरो) । अप्रैल का पहला पखवारा खत्म होते ही रांची के कई इलाकों में घोर जलसंकट शुरू हो गया है। हजारों राजधानीवासी पानी के लिए तरस रहे हैैं। शहर के हजारों घरों में न तो सप्लाई पानी पहुंच रहा है और न ही निगम का टैंकर पहुंच रहा है। जिन इलाकों में 50 हजार की आबादी पानी की किल्लत से प्रभावित है, वहां निगम द्वारा सिर्फ दो से चार टैंकर भेज रहा है। टैंकर पहुंचते ही लोगों की भीड़ उमड़ जाती है। पानी लेने के लिए मारपीट तक की नौबत आ जाती है। स्वर्ण जयंती नगर, आनंद नगर, हरमू बस्ती, श्रीनगर, भवानी नगर, किशोरगंज सहित दर्जनों इलाकों में पानी की भारी किल्लत हो गई है। इन इलाकों में घरों की बोङ्क्षरग सूख चुकी है। जनप्रतिनिधि का कहना है कि हर वर्ष शहर जलसंकट से जुझता है। लेकिन, इन सबके बावजूद निगम की ओर से कोई तैयारी नहीं होती है। बीते वर्ष जो बोङ्क्षरग होना था वह भी अबतक नहीं हो पाया है। प्रत्येक वार्ड में तीन-तीन बोङ्क्षरग होना था लेकिन यह भी अधर में लटक गया है। पानी के लिए राजधानीवासी तरस रहे हैं लेकिन निगम के अधिकारी मौन हैं।

सिर्फ 40 टैंकर

शहर के विभिन्न इलाकों में रांची नगर निगम ने रविवार को 125 टैंकर पानी भेजा। लेकिन, लाखों की आबादी के लिए इतने टैंकर पर्याप्त नहीं थे। निगम के पास कुल 40 टैंकर ही हंै। सिर्फ 40 टैंकर से ही पूरे 53 वार्डों में लाखों की आबादी के बीच पानी पहुंचाया जा रहा है। हालांकि रांची नगर निगम 20 नए टैंकर खरीदने की योजना बना रहा है। इसके अलावा निगम क्षेत्र में 2507 चापानल, 1374 मिनी एचवाईडीटी व 174 एचवाईडीटी है।

क्या है वार्डों की स्थिति

वार्ड 34 में पार्षद ने बांटा पानी

वार्ड 34 में लगभग 50 हजार की आबादी जलसंकट से प्रभावित है। इस वार्ड में मात्र दो टैंकर पानी भेजा गया। टैंकर पहुंचते ही पानी लेने के लिए भीड़ हो जाती है। पानी के लिए मार-पीट तक की स्थिति बन जाती है। इस कारण रविवार को वार्ड पार्षद को खुद पानी बांटने जाना पड़ा। वार्ड पार्षद विनोद ङ्क्षसह का कहना हैं की दिसंबर माह में ही वार्ड में जलापूर्ति के लिए बोङ्क्षरग के टेंडर की बात कही गई थी। लेकिन अबतक बोङ्क्षरग नहीं हुआ। प्रत्येक घर में कम से कम 500 लीटर पानी की आवश्यकता है। लेकिन पूरे वार्ड के लिए मात्र दो टैंकर पानी भेजा जारहा है। जनता पानी के लिए तरस रही है लेकिन निगम कुंभकरण की नींद सोया हुआ है।

वार्ड 27 में केवल 4 टैैंकर पानी

वार्ड 27 में लगभग 30 हजार की आबादी जलसंकट से परेशान है। श्री नगर, भवानी नगर, आनंद नगर, किशोरगंज सहित अन्य मोहल्लों में पानी की भारी किल्लत शुरू हो चुकी है। वार्ड पार्षद ओमप्रकाश का कहना है की निगम की ओर से जलापूर्ति के लिए पर्याप्त टैंकर नहीं भेजे जा रहे हंै। इतनी बड़ी आबादी के लिए मात्र चार टैंकर पानी भेजे जा रहे हंै।

वार्ड 26 में बोरिंग की योजना अधर में

वार्ड 26 में भी लगभग 25 हजार से ज्यादा की आबादी जलसंकट से जूझ रही है। आनंदपुरी, हरमू बस्ती, हरमू हाउङ्क्षसग कालोनी में सबसे ज्यादा परेशानी है। वार्ड पार्षद अरुण झा ने बताया कि सिर्फ तीन टैंकर पानी भेजा गया है। निगम मे बैठक न होने के कारण शहरवासियों की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। 2022 में वार्ड में बोङ्क्षरग कराने की योजना अबतक अधर में लटका हुआ है।

बीते एक वर्ष से अधिक से जनप्रतिनिधि लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन अधिकारियों ने टेक्निकल कारण का हवाला देते हुए अबतक बोङ्क्षरग पर कोई फैसला नहीं लिया है। रांची नगर निगम के अधिकारियों को जनता की फिक्र नहीं हैं। शहर की जनता पानी की भारी किल्लत से जूझ रही है।

संजीव विजयवर्गीय, डिप्टी मेयर