रांची (ब्यूरो) । रातू गढ़ के सिमलिया अखरा में झारखंड संस्कार दीप द्वारा पारंपरिक अखरा उन्नयन अभियान कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को पदमश्री मधु मंसूरी हंसमुख ने दीवंगत नागपुरी लेखक व गायक स्वर्गीय भरत नायक के जयेष्ट पुत्र गणेश नायक को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। मौके पर मंसूरी ने भरत नायक के लेख और उनकी जीवनी के बारे में भी चर्चा की। इस अवसर पर लोक गायिका सीमा देवी ने भरत नायक के गीत और नागपुरी गीतों की प्रस्तुती सिमलिया के अखरा में देकर समा बांध दिया।

परंपराओं की रक्षा करना जरूरी

वहीं कार्यक्रम में नागपुरी लोकगीत की विरासत की चर्चा को बढ़ाते हुए महाकवि घांसी राम, प्रफुल कुमार राय के नागपुरी साहित्य और संस्कृति में किए गए अमिट योगदान को बढ़ाने का संकल्प लिया गया। साथ ही इस मौके पर उपस्थित लोगों ने नागपुरी शिष्टाचार के ठेठ रूप को बचाए रखने के लिए ग्रामीणों से आह्वान किया।

ये रहे उपस्थित

मौके पर उपस्थित लोगों ने प्रण लिया कि पुरानी पारंपराओं को भविष्य के पीढिय़ों के लिए संरक्षित किया जाएगा। उपस्थित लोगों ने कहा कि लोकगीत और लोक परंपराओं को बचाए रखने में झारखंड संस्कार दीप के कलाकार, कार्यकर्ता तथा सिमलिया गांव के लोगों की सहभागिता हमेशा रहेगी। इस अवसर पर लक्ष्मीनारायण भगत, प्रेम शंकर साहू, विशेश्वर राम ओहदार, सोमनाथ महली, ताज मोहम्मद, शकील अंसारी, संध्या देवी, सुखमणि देवी, मीना देवी, सुलेखा देवी, तारा देवी, वीना देवी, रणजीत महतो, सोमरा कुजूर आदि लोग उपस्थित थे।