रांची (ब्यूरो) । डीएवी पब्लिक स्कूल हेहल, में दो-दिवसीय वैदिक चरित्र निर्माण शिविर का शुभारंभ प्रात: 8 बजे विशेष हवन से हुआ। सभी शिक्षकों एवं चुने हुए विद्यार्थियों ने विद्यालय के प्रिसिपल सह सहायक क्षेत्रीय अधिकारी डीएवी पब्लिक स्कूल्स झारखण्ड ज़ोन-बी एम के सिन्हा के साथ मिलकर हवन किया$ सिन्हा ने सुख-समृद्धि, वैभव एवं स्वास्थ्य की कामना करते हुए शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के ऊपर पुष्प वर्षा की। उन्होंने कहा कि ये दो-दिवसीय वैदिक चेतना शिविर शिक्षकों एवं विद्यार्थियों में नई ऊर्जा एवं चेतना का संचार करेगा$ इस शिविर के माध्यम से बच्चे दैनिक हवन,योगासन एवं वैदिक संस्कृति को समझेंगे$

कुरितियों से बचें

सिन्हा ने कहा कि समाज में बहुत सारी विकृतियां और कुरीतियों फैल रही हैं, जिनसे हमें खुद को एवं अपने बच्चों को बचाना है$

आचार्य प्रकृत ने कहा कि अधिकतर लोग गलत जीवन शैली को अपनाने के कारण बीमारियों का शिकार हो रहे हैं$ हमें पता ही नहीं है कि हमें कब, कौन-सी ऋतु में क्या खाना है और क्या नहीं$ आचार्या मनु ने भी भोजन पकाने एवं मसालों के गलत प्रयोग के दुष्प्रभावों के विषय में बताया$

योगाचार्य धर्मवीर आर्य ने सूक्ष्म योगासनों का अभ्यास करवाया और कहा कि प्रतिदिन अगर हम 30 मिनिट इन आसनों का अभ्यास करेंगे तो हमेशा निरोगी रहेंगे$

भजन गाकर झुमाया

भजनोपदेशक आचार्य धर्मप्रकाश शास्त्री,शिक्षक डीएवी पब्लिक स्कूल, एन आई टी, जमशेदपुर ने ओ3म् की महिमा और ऋषिदयानन्द की गाथा गाकर खूब तालियां बटोरीं$ पण्डित सत्यकाम आर्य,शिक्षक डीएवी पब्लिक स्कूल,रजरप्पा ने भी अपने भजनों के माध्यम से सभी को झुमाया एवं मन्त्र-मुग्ध कर दिया।

इस दो-दिवसीय चरित्र निर्माण शिविर के संयोजक सुशील आर्य ने कहा कि बच्चे पाश्चात्य संस्कृति की चकाचौंध के कारण अपनी सभ्यता-संस्कृति एवं वैदिक मूल्यों से दूर होते जा रहे हैं$ ये शिविर बच्चों में नैतिक मूल्यों से जोडऩे के लिए सेतु का काम करेगा$ वे वैदिक विचारों और वास्तविक ज्ञान को करीब से समझ सकेंगे$ इस अवसर पर डीएवी हेहल के शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ कपिलदेव डीएवी पब्लिक स्कूल कडरू के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी भाग लिया।