RANCHI: रिम्स कैशलेस हो गया है। वहीं, सुपरस्पेशियलिटी विंग में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अब एक बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग का चक्कर भी नहीं लगाना पड़ेगा। डायरेक्टर डॉ। बीएल शेरवाल ने सालों से वेटिंग सुपरस्पेशियलिटी विंग में रजिस्ट्रेशन व कैश काउंटर का उद्घाटन सोमवार को किया। वहीं, इन काउंटरों पर कैशलेस व्यवस्था भी शुरू दी गई है। काउंटर पर स्वाइप मशीन इंस्टाल कर दी गई है। अब लोग टेस्ट के लिए अपने एटीएम से पेमेंट कर सकेंगे।

डायरेक्टर के पास रहेगी पूरी जानकारी

हास्पिटल के सभी काउंटरों को कैशलेस बनाने के साथ ही वहां स्पेशल सॉफ्टवेयर भी इंस्टाल किया गया है। इससे हास्पिटल में रजिस्ट्रेशन से लेकर कैश काउंटर में जो भी कलेक्शन होगा, उसकी पूरी डिटेल डायरेक्टर अपने सिस्टम में देख सकेंगे। ऐसे में अब पैसे की हेराफेरी की भी कोई गुंजाइश नहीं है।

टेस्ट नहीं होने पर खाते में रिफंड

हास्पिटल में कैशलेस व्यवस्था का सबसे बड़ा फायदा मरीजों को मिलेगा। इससे मरीजों को किसी भी जांच के लिए पर्ची कटाने के लिए एटीएम कार्ड से पेमेंट करना होगा। इसके बाद अगर जांच नहीं होती है तो पैसे उसके अकाउंट में रिफंड भी हो जाएंगे। वर्तमान में कई मरीजों को कैश काउंटर में चेंज नहीं होने की स्थिति में पैसे नहीं लौटाए जा रहे हैं। इसके बाद उन्हें यह भी कहा जाता है कि जिस स्टाफ ने पर्ची काटी थी वही रिफंड भी करेगा। ऐसे में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।