रांची(ब्यूरो)। लोक आस्था के महापर्व छठ में अब कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में छठ करने वाले और प्रशासन दोनों अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। इस महापर्व में छठ घाट सबसे अधिक महत्वपूर्ण स्थान होता है। यहां दो दिन श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ता है, जिसे देखते हुए छठ घाट की साफ-सफाई कराना जरूरी हो जाता है। हालांकि प्रशासन की ओर से छठ घाटों की साफ-सफाई आरंभ करा दी गई है। लेकिन सिर्फ शहरी क्षेत्र के ही छठ घाट पर ध्यान दिया जा रहा है। आसपास के इलाकों में भी बड़ी संख्या में छठ वर्ती पहुंचते हैं। यहां अब तक न तो सफाई अभियान शुरू किया गया है और न ही गहरे स्थानों को घेरने का काम किया गया है। इधर छठ पूजा को लेकर शहर को 11 जोन में बांट कर इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। शहर के 72 छठ घाटों और पहुंच पथ को दुरुस्त करने के लिए नगर निगम ने कमर कस ली है। इसके लिए सभी सुपरवाइजरों को जिम्मेवारी सौंप दी गई है।

दिवाली बाद शुरू होगा अभियान

छठ पूजा के लिए साफ-सफाई अभियान दिवाली के बाद शुरू होगा। छठ घाट तक जाने के लिए पहुंच पथ, घाटों की सफाई, बैरिकेडिंग, स्ट्रीट लाइट, साज-सज्जा, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव आदि किया जाएगा। नगर आयुक्त अमित कुमार ने सभी सुपरवाइजर और जोनल सुपरवाइजर को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कई इलाकों में कृत्रिम छठ घाट बनाने का भी निर्देश नगर आयुक्त ने दिया है। छठ व्रतियों की सुविधा के लिए छठ घाटों पर होने वाली भीड़ को देखते हुए निगम की ओर से विभिन्न स्थानों पर कृत्रिम छठ घाट बनाया जाएगा। कृत्रिम छठ घाट यदि कोई व्यक्ति बनवाना चाहता है तो वह नगर निगम में इसके लिए आवेदन भी दे सकता है।

बिजली विभाग करेगा स्पेशल सर्वे

छठ महापर्व को देखते हुए नगर निगम के साथ-साथ झारखंड बिजली वितरण निगम ने भी तैयारी शुरू कर दी है। जेबीवीएनएल की ओर से सभी छठ घाटों का स्पेशल सर्वे कराया जाएगा, ताकि जहां बिजली की कमी हो वहां उपलब्ध कराई जा सके। महापर्व छठ पर बिजली की सप्लाई के लिए डिविजन लेवल पर कंट्रोल रूम खोले जाएंगे। वहीं, छठ घाटों पर कवर्ड वायर की मदद से इलेक्ट्रिक सप्लाई भी की जाएगी, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न घटे। आपूर्ति सर्किल रांची ने छठ को लेकर डिविजन के सभी पदाधिकारियों को विशेष निर्देश जारी किया है। सर्वे करके इलाके में होने वाली बिजली आपूर्ति के बारे में पूरी जानकारी लेने को कहा है, ताकि यदि किसी मुहल्ले से छठ घाटों तक बिजली आपूर्ति होती है तो उस स्थिति में वहां अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर लगाया जा सके। वहीं पूजा के पहले छठ घाटों के निकट लगे खराब ट्रांसफॉर्मर को भी बदला जा सके। इसके अलावा शहर के छठ घाटों में बिजली साज-सज्जा को लेकर भी गाइडलाइंस जारी की गई हैै। इसके अतिरिक्त नजदीकी ट्रांसफॉर्मर पर कितना एंपीयर का लोड डाला जाए, इसकी रिपोर्टिंग करने का भी निर्देश सर्किल ऑफिस से जारी किया गया है। जरूरत के अनुसार, अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर लगाने के साथ ही इसकी कैपासिटी भी बढ़ाई जाएगी।

छठ घाटों की हालत खराब

राजधानी में कई छठ घाटों की हालत खराब है। यहां छठ महापर्व तो दूर सामान्य दिनों में भी साफ-सफाई नहीं होती है। हेसल, हेसाग समेत अन्य कई छठ घाट हैं, जहां सफाई टीम नहीं पहुंची है। हेसाग के रहने वाले लोगों ने बताया कि छठ घाटों पर लाखों व्रती उमड़ते हैं। यहां भक्ति भाव के साथ भगवान भास्कर की आराधना की जाती है। लेकिन इस बार छठ महापर्व हो पाना भी मुश्किल लग रहा है। क्योंकि हेसाग तालाब में पानी ही नहीं है। हेसाग छठ पूजा समिति का एक प्रतिनिधिमंडल तालाब में पानी उपलब्ध कराने की मांग लिये नगर आयुक्त से मुलाकात भी किया। समिति के अध्यक्ष दुर्गेश यादव ने बताया कि हेसाग में आगामी छठ पूजा के आयोजन को लेकर संशय की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसके अलावा और भी जलाशय हैं, जहां स्थिति चिंताजनक है। बहरहाल नगर निगम, जिला प्रशासन और बिजली विभाग मिलकर समस्याओं को दूर करने में जुटे हुए हैं।

नगर निगम क्षेत्र में स्थित सभी छठ घाटों की लिस्ट तैयार कर ली गई है। साफ-सफाई का विशेष अभियान चलाया जाएगा। सभी सुपरवाइजर को दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है।

-अमित कुमार, नगर आयुक्त, रांची