- फरवरी में सेवानिवृत्त होंगी राजबाला वर्मा, चारा घोटाले में नोटिस से बढ़ी मुश्किलें

- सरकार की छवि पर भी असर, जल्द फैसला लेने के संकेत

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रांची : चारा घोटाले में राज्य सरकार के नोटिस के बाद मुख्य सचिव राजबाला वर्मा को हटाने का दबाव भी राज्य सरकार पर बढ़ रहा है। एक तरफ विपक्षी दलों ने इसे लेकर मोर्चाबंदी की है तो दूसरी ओर सत्तापक्ष में भी भितरखाने यह राय बन रही है कि मुख्य सचिव को हटाकर इस महत्वपूर्ण पद पर अन्य अधिकारी को बिठाया जाए। रघुवर कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री सरयू राय खुलकर बोल चुके हैं कि राजबाला वर्मा को पद से हटाया जाए। सत्तारूढ़ भाजपा में भी इस बात को लेकर दबाव है कि राजबाला वर्मा की कारस्तानी को पार्टी अपने माथे पर क्यों ले? उनका रिटायरमेंट फरवरी माह में होना है। इससे पहले राज्य सरकार उनपर लगे आरोपों के मद्देनजर उन्हें पद से हटाकर विपक्ष का मुंह बंद कर सकती है। इस तर्क पर सरकार के भीतर मंथन का दौर तेज हो गया है। इससे यह संभावना प्रबल हो गई है कि सरकार राजबाला वर्मा को हटाने का निर्णय ले सकती है।

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भाजपा आलाकमान की पैनी नजर

कभी बिहार के मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की करीबी रहीं राजबाला वर्मा को लेकर ताजा विवाद पर भाजपा आलाकमान की भी नजर है। लालू प्रसाद के मुख्यमंत्रित्व काल में इनके कामकाज के तौर-तरीकों से खार खाए नेताओं की बड़ी जमात भाजपा में है। संघ विचारधारा से जुड़े अन्य संगठन भी इन्हें बनाए रखने के पक्ष में नहीं हैं। कुल मिलाकर परिस्थितियां तेजी से इनके प्रतिकूल हो रही हैं। हालांकि कुछ नेता दिल्ली में इनकी पैरवी में भी जुटे हैं। ऐसे लोगों ने कुछ केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात भी की है। हालांकि इससे स्थितियां इनके पक्ष में होती नहीं दिखती।

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सचिवालय में अटकलों का दौर

प्रोजेक्ट भवन सचिवालय में इन दिनों चर्चा के केंद्र में मुख्य सचिव हैं। उन्हें हटाने की स्थिति में या रिटायरमेंट के बाद इस पद के लिए नए अधिकारियों के नाम को लेकर भी अटकलें चल रही हैं। इस पूरी गतिविधि से इतर मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने अपनी सक्रियता बरकरार रखी है। वे लगातार अपना दैनिक कार्य निपटा रही हैं।

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नपी तुली प्रतिक्रिया दी भाजपा प्रवक्ता ने

मुख्य सचिव राजबाला वर्मा को नोटिस के बाद सरकार की घेराबंदी पर प्रदेश भाजपा ने सोमवार को चुप्पी तोड़ी। प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि यह विशुद्ध रूप से सरकार और सरकारी प्रक्रियाओं से जुड़ा मामला है। पार्टी को इससे कोई लेनादेना नहीं है।

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