ह्मड्डठ्ठष्द्धद्ब : सीआइपी को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की तर्ज पर डेवलप किया जाएगा। मानसिक चिकित्सा के क्षेत्र में इस संस्थान का अहम योगदान रहा है। इसने लंबे समय से देश ही नहीं बल्कि विश्व के कई देशों को सेवाएं दी है। ऐसे में इसे बेहतर मुकाम तक ले जाने की दिशा में तमाम जरूरी कदम उठाए जाएंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने गुरुवार को संस्थान का जायजा लेने के बाद कहा कि संस्थान को व‌र्ल्ड क्लास बनाने में फंड की कमी आड़े नहीं आएगी। कमियों से कराया अवगत इस मौके पर सीआइपी डायरेक्टर डॉ डी राम ने केंद्रीय मंत्री को यहां की कमियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि संस्थान में मानव संसाधन की कमी से काफी समस्या उत्पन्न हो रही है। तीन विभागों में स्थायी शिक्षकों के नं होने से परेशानी आ रही है। इनकी मान्यता पर प्रश्न उठ रहा है। वहीं वार्ड अटेंडेंट, सफाईकर्मियों, माली और मजदूरों की कमी से मरीजों की देखभाल प्रभावित हो रही है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से मदद की गुहार लगाई। इस दौरान जेपी नड्डा की पत्‍‌नी, झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, भाजपा प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश, डॉ। एम मुखियार, डॉ। पी कच्छप, डॉ। संजय मुंडा, डॉॅ। रोशन, डॉ। अनिरुद्ध मुखर्जी, डॉ। अंजनिक राजन, डॉ। पी मंडल सहित अन्य शिक्षक एवं पदाधिकारी मौजूद थे। खाने की क्वालिटी से कंप्रमाइज नहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सीआईपी के किचन का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मरीजों के भोजन से कोई कंप्रमाइज नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि मरीजों को हाइजेनिक डायट दी जाए। इसके बाद उन्होंने एफएमआरआइ विभाग तथा मेल ओटी विभाग का भी इंस्पेक्शन किया। वार्डो का जायजा लेने के क्रम में उन्होंने मरीजों से भी बात की। महिला मरीजों को घर भेजने की होगी व्यवस्था महिला ओटी विभाग में कार्य कर रही महिला मरीजों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से अपने दर्द शेयर किए। कुछ मरीजों ने बताया कि इलाज पूरी होने के बाद भी परिवार वाले घर नहीं ले जाते हैं। मंत्री ने उनलोगों को घर भेजने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। 56 पदों पर होगी बहाली सीआइपी में खाली पड़े 56 पदों पर जल्द बहाली की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विकास के लिए संस्थान द्वारा मांगी गई राशि को भी जल्द उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। एमफिल कोर्स को मिलेगी मान्यता संस्थान में क्लिनिकल साइकोलॉजी के एमफिल कोर्स की मान्यता का मामला भी जल्द सुलझ जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इस मसले पर अधिकारियों को आरसीआइ से बात करने का निर्देश देने की बात कही। वापस मिलेंगे 50 करोड़ रुपए झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने रिनपास के बिहार सरकार के पास बाकी पड़े 50 करोड़ की राशि दिलवाने का आग्रह भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने किया। उन्होंने कहा कि यदि बिहार सरकार नहीं देती तो केंद्र ही वह राशि उपलब्ध करा दे। बनाए जाएंगे स्टाफ क्वार्टर केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने 90 क्वार्टरों के निर्माण के लिए 34 करोड़ की राशि भी देने की बात कही। उन्होंने छात्रों के छात्रवृत्ति मामले में सकारात्मक तौर पर विचार करने का भरोसा दिया।