रांची (ब्यूरो) । सरला बिरला पब्लिक स्कूल ने अपने परिसर में 'एथिक्स एंड इंटिग्रीटीÓ विषय पर दो दिवसीय कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम की मेजबानी की। इस कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के रूप में सूरज शर्मा, चिन्मय विद्यालय, बोकारो के प्रधानाचार्य और अक्षय अग्रवाल, चीफ फैसिलिटेटर, रिसर्च एंड एनालिस्ट, माउंट लिटेरा जी स्कूल, जमशेदपुर उपस्थित हुए। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानाध्यापिका परमजीत कौर व दोनों रिसोर्स पर्सन ने सम्मिलित रूप से किया।

58 शिक्षकों ने लिया हिस्सा

सत्र में रांची और उसके आस-पास के विभिन्न विद्यालयों से 58 शिक्षकों ने बड़े जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। उन्हें विभिन्न नवीन शिक्षण पद्धतियों के बारे में बताया गया, जिन्हें वे क्षमता-आधारित शिक्षा की सुविधा के लिए अपनी कक्षाओं में ले जा सकते हैं। इस सत्र में शिक्षक व शिक्षार्थियों को नई शिक्षण नीति और अन्य शैक्षिक गुणों के संबंध में बताया गया, जो नैतिकता और सत्यनिष्ठा के अनुप्रयोग की आवश्यकता पर बल देती है।

समर्पित प्रयासों की सराहना

विद्यालय के कार्मिक एवं प्रशासनिक प्रमुख डॉ प्रदीप वर्मा ने प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने में स्कूल के समर्पित प्रयासों की सराहना की। प्राचार्या परमजीत कौर ने शिक्षार्थियों को बच्चों को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में पाठ्यचर्या संचालन करने एवं स्वयं को सभी शैक्षणिक कौशलों से अवगत रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने छात्रों को नैतिकता सिखाने के महत्व पर भी जोर दिया।

मनाया गया वल्र्ड अर्थ डे

बरियातू रोड स्थित सेंट्रल एकेडमी के स्टूडेंट्स ने अपनी कलाकृतियों से पृथ्वी के संरक्षण के बारे में समझाने का प्रयास किया। स्कूल की प्राचार्या सुतापा महाचार्य ने कहा कि पृथ्वी दिवस 22 अप्रील 1970 से पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। जो पूरे विश्व में पर्यावरण को लेकर सजग करने का एक अहम दिन है। प्राचार्या ने जंगल बचाने और प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताया तथा सभी विद्यार्थियों को संकल्प दिलाया कि वे अपने त्योहारों में शुभ अवसरों पर एक एक पेड़ जरूर लगाएं। प्रदूषण बढ़ रहा है, इसलिए हमलोगों को सजग होकर अपने पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए। पृथ्वी दिवस के अवसर पर स्कूल के चैयरमैन हरीश सांस्कृत्यान ने पृथ्वी दिवस पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार रखे।