-सारे अफसरों की फिक्स करें जवाबदेही, लापरवाही से नहीं चलेगा काम -काम ज्यादा करें और बोलें कम, हटाने के पहले बसाने का उपाय करें मुख्यमंत्री रघुवर दास कार्यपालिका की जड़ता तोड़ना चाहते हैं। यही वजह है कि आमलोगों की पीड़ा सुनते वक्त वे तल्ख हो जाते हैं और अधिकारियों को फटकारते भी हैं। मंगलवार को जनसंवाद में कई बार उनका सख्त रुख दिखा। शिकायतें सुनते वक्त भावुक भी हुए। सिस्टम पर जमकर चोट की। कहा, सारे जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसइ) अपने दफ्तर में बैठकर कुर्सी तोड़ते हैं। स्कूलों में नहीं जाते। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव आराधना पटनायक को निर्देश दिया कि इनसे टूर डायरी भरवाएं। प्रखंड प्रसार पदाधिकारी के लिए भी उन्होंने यही आदेश दिया। लातेहार के उपायुक्त को उन्होंने काम ज्यादा करने और कम बोलने की नसीहत दी। मुख्यालय में बैठे वरीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर काम की जवाबदेही तय हो और समय सीमा के भीतर काम का निष्पादन सुनिश्चित करने के लिए डेडलाइन निर्धारित किया जाए। जमीन अतिक्रमण हटाने संबंधी मामले की सुनवाई करते हुए बोले कि यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि किसी को हटाने के पहले उसे बसाने का उपाय भी प्रशासन के पास होना चाहिए। अधिकारी जरूर इसकी फिक्र करें। सीएम ने इस दौरान 19 शिकायतों का निष्पादन किया। ------- अनुकंपा पर नौकरी के मामले में दिखाई संवेदनशीलता मुख्यमंत्री ने अनुकंपा पर नौकरी के मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया। अधिकारियों को यह भी कहा कि फरियादी को मोबाइल नंबर पर काम हो जाने की सूचना दी जाए। बीएसएफ के शहीद राजेश यादव की पत्नी रिंकी देवी को अबतक नौकरी नहीं मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई। सीएम ने कोडरमा के उपायुक्त को एक हफ्ते में नौकरी और आवास के लिए जमीन देने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला उपायुक्तों को निर्देश दिया कि शहीदों के मामले में संवेदनशीलता दिखाएं। अनुकंपा के दो मामले सिमडेगा से भी थे। मुख्यमंत्री ने तत्काल नौकरी देने का आदेश दिया। ------- माडा के कर्मचारियों को दें वीआरएस मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आदेश दिया कि माडा (माइनिंग एरिया डेवलपमेंट अथारिटी), धनबाद के कर्मियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) दें। ज्यादातर कर्मी रिटायर होने वाले हैं। अगर कोई सक्षम कर्मी है तो उसे नगर निगम में समायोजित किया जाए। खान परिषद, कोडरमा में कर्मियों को बीते पांच साल से वेतन भुगतान नहीं होने संबंधी शिकायत की समीक्षा के क्रम में उन्होंने यह निर्देश दिया। हजारीबाग से जानकारी दी गई कि जिन कर्मियों ने शिकायत की है वे कोडरमा में तैनात हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बड़े पैमाने पर खान परिषद में नियुक्तियां की गई हैं। इसकी कोई आवश्यकता प्रतीत नहीं होती। ज्यादातर लोग रिटायर होने वाले हैं। ------- मृत बताकर रोक दी दिव्यांग पेंशन प। सिंहभूम की गोलमुंडा पंचायत के पूर्णत: दृष्टिबाधित माधे कांडिया को मृत बताकर दिव्यांगता पेंशन रोक दी गई थी। सोनुआ के अंचलाधिकारी ने पेंशन रिकार्ड में उसे मृत दिखा दिया था। इस मामले में पंचायत सेवक को निर्देश दिया गया कि लाभुक का नया खाता खोलकर सूचित करें, जबकि लाभुक की पेंशन दिसंबर 2014 से ही बंद थी। अंचल अधिकारी ने पंचायत सेवक को सिर्फ निर्देश देकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। ----- देवघर का बड़ा नारायणपुर है अतिक्रमित देवघर के बड़ा नारायणपुर गांव के खरसांड टोला की सरकारी जमीन पर मो। सलीम द्वारा अतिक्रमण की शिकायत को उपायुक्त ने सही बताया। उन्होंने यह भी बताया कि पूरा गांव अतिक्रमण कर सरकारी जमीन पर बसा है। लोगों को नोटिस दी जा रही है। जमीन खाली कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हटाने के पहले लोगों को बसाने का उपाय भी प्रशासन को करना चाहिए। ---------- हर काम के लिए सरकार के भरोसे नहीं रहें, शिक्षक दो सौ रुपया जमा करें तो हो जाएगा कायाकल्प सरायकेला-खरसांवा के पैयराडीह के नव प्राथमिक विद्यालय में 80 छात्रों के लिए शौचालय की सुविधा नहीं होने का मामला भी रोचक निकला। पहले बताया गया कि शौचालय नहीं है। बाद में कहा गया कि शौचालय हैं लेकिन खराब स्थिति में हैं। इसपर मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि शिक्षक आपस में दो सौ रुपये प्रतिमाह अगर जमा करें तो शौचालय समेत अन्य सुविधाएं दुरुस्त रखी जा सकती है। हर काम के लिए सरकार के भरोसे रहना ठीक नहीं। -------- -गढ़वा के संधेया गांव में बिजली तार की चपेट में आने से 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई थी। अभी तक परिजनों को मुआवजा नहीं मिल पाया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मुआवजा देने का निर्देश दिया। सीएम ने हालात की जानकारी लेने के लिए एक अधिकारी को मौके पर भेजने का आदेश दिया। वहां बिजली के तार जर्जर स्थिति में हैं। -चतरा के बलुरी डैम से सिंचाई की सुविधा देने की मांग से संबंधित शिकायत पर संबंधित अधिकारी ने बताया कि पटवन के लिए उन्हें डोभा दिया जा सकता है। इसके अलावा प.सिंहभूम के खूंटपानी में 50 शैय्या वाले अस्पताल को दुरुस्त करने का आदेश सीएम ने दिया।